कोलकाता, 10 जून (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी और उग्रवादी गतिविधियों से निपटने में भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए राज्य विधानसभा में अध्यक्ष द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर बोलते हुए सुश्री बनर्जी ने इस घटना को केंद्र की "निष्ठुरता और पूर्ण विफलता" का परिणाम बताया और राजनीतिक जवाबदेही की मांग करते हुए कहा कि सरकार नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।
सुश्री बनर्जी ने हमले के दौरान घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए पूछा, “कोई सुरक्षाकर्मी या पुलिस क्यों मौजूद नहीं था ?” उन्होंने सशस्त्र बलों की बहादुरी के राजनीतिकरण की निंदा की और भाजपा पर चुनावी लाभ के लिए सैन्य वीरता का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। केंद्र की तीखी आलोचना के बावजूद सुश्री बनर्जी ने पहलगाम हमले के जवाब में सात मई को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई की प्रशंसा की। इस ऑपरेशन के कारण पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी शिविर नष्ट हो गए।
उन्होंने कहा, “आतंकवादियों को सबक सिखाने की जरूरत थी। हम अपने सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करते हैं।”
सुश्री बनर्जी ने आगे कहा कि सैन्य वृद्धि के दौरान, भारत के पास पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर नियंत्रण करने का अवसर था। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ी है। आतंकवाद का कोई धर्म, जाति या पंथ नहीं होता। हम पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हैं।”
सैनी
वार्ता