नयी दिल्ली, 10 जून (वार्ता) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजधानी में राजघाट पर 11 से 15 जून तक एक प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा है, जिसमें सशक्तिकरण, समावेशिता और सांस्कृतिक गौरव के साथ सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
मंत्रालय की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार राजघाट पर गांधी दर्शन के बिरसा मुंडा लॉन में ‘लोक संवर्धन पर्व’ नाम से इस कार्यक्रम की परिकल्पना समावेशी विकास के उत्सव के रूप में की गई है। इसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के दृष्टिकोण के अंतर्गत मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से दस्तकारों, कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मंत्रालय के निरंतर प्रयासों पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
यह प्रदर्शनी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक दस्तकारों और कारीगरों को अपने पारंपरिक शिल्प के प्रदर्शन और बिक्री के लिए शानदार मंच प्रदान करेगा। ये कलाकार लाख की चूड़ियों, लकड़ी की पेंटिंग, ब्लू पॉटरी, कढ़ाई, बनारसी जरी, फुलकारी, चर्म शिल्प, कालीन, आभूषण और लकड़ी की नक्काशी जैसी पारंपरिक कला और हस्तशिल्प की सामग्रियों की प्रदर्शनी लगाएंगे तथा उनकी बिक्री भी करेंगे।
प्रदर्शनी के माध्यम से उन्हें संभावित खरीदारों के साथ जुड़ने और बाजार से संबंध बनाने में भी सहायता मिलेगी। इस प्रदर्शनी में जिसमें पीएम विकास (प्रधानमंत्री विरासत का संवर्धन), राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम
(एनएमडीएफसी) की योजनाओं और सफलता की कहानियों की झांकी भी दर्शायी जाएगी।
‘लोक संवर्धन पर्व’ के दौरान प्रदर्शनी स्थल पर देश के विभिन्न भागों से आए लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता