नयी दिल्ली, 10 सितंबर (वार्ता) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर अब तक 87.5 किलोमीटर की लंबाई में गाड़ी चलने से होने वाले शोर को कम करने के लिए करीब पौने दो लाख नॉइज़ बैरियर लगाए जा चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में नॉइज़ बैरियर्स लगाने का कार्य प्रगति पर है। गुजरात में 1,75,000 से अधिक नॉइज़ बैरियर लगाए जा चुके हैं। एक किलोमीटर की दूरी में वायाडक्ट के दोनों ओर लगभग 2000 नॉइज़ बैरियर लगाए गए हैं। नॉइज़ बैरियर के निर्माण के लिए सूरत, आणंद और अहमदाबाद में इस मॉड्यूलर तत्व के लिए तीन प्रीकास्ट फैक्ट्रीज स्थापित की गईं हैं।
इन नॉइज़ बैरियर्स को परिचालन के दौरान ट्रेन और सिविल संरचना से उत्पन्न होने वाले शोर को कम करने हेतु वायाडक्ट के दोनों ओर लगाया जा रहा हैं। नॉइज़ बैरियर्स रेल स्तर से 2 मीटर ऊंचे और 1 मीटर चौड़े कंक्रीट पैनल होते हैं। प्रत्येक नॉइज़ बैरियर का वजन लगभग 830-840 किलोग्राम होता है। यह ट्रेन द्वारा उत्पन्न वायुगतिकीय ध्वनि और वह ध्वनि जो ट्रेन के निचले हिस्से, मुख्य रूप से पटरियों पर चलने वाले पहियों द्वारा उत्पन्न होती है, उसे परवर्तित एवं वितरित करने में सहयोग प्रदान करते हैं।
इन्हें इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये ट्रेन की सवारी का आनंद ले रहे यात्रियों के दृश्य में बाधा नहीं डालेंगे। आवासीय और शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले वायाडक्ट में 3 मीटर की ऊंची/लंबे नॉइज़ बैरियर्स लगाए जाएंगे। 2 मीटर कंक्रीट पैनल के अलावा, अतिरिक्त 1 मीटर के नॉइज़ बैरियर्स 'पॉलीकार्बोनेट' और पारदर्शी होंगे।
सचिन.साहू
वार्ता