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बिजनेस


शेयर बाजार पर दिखेगा वैश्विक कारकों का असर

मुंबई, 05 अक्टूबर (वार्ता) घरेलू शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह रही तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में बाजार पर वैश्विक कारकों का असर दिखेगा।
निवेशकों की नजर भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर होगी। इसके अलावा रिजर्व बैंक द्वारा पिछले सप्ताह किये गये बैंकिंग सुधारों का असर भी बाजार पर जारी रह सकता है। अगले सप्ताह से कंपनियों के दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम भी आने शुरू होंगे जिनमें दिग्गज सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का परिणाम गुरुवार को आयेगा। एचएसबीसी की सेवा क्षेत्र की पीएमआई रिपोर्ट सोमवार को जारी होनी है।
बीते सप्ताह में बाजार में चार दिन ही कारोबार हुआ। पहले दो दिन बाजार में गिरावट रही जबकि रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति बयान के बाद अगले दो दिन तेजी देखी गयी। गुरुवार को गांधी जयंती के मौके पर शेयर बाजार बंद रहे।
बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 780.71 अंक (0.97 प्रतिशत) की साप्ताहिक तेजी रही और सप्ताहांत पर यह 81,207.17 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 सूचकांक भी 0.97 प्रतिशत यानी 239.55 अंक चढ़कर शुक्रवार को 24,894.25 अंक पर पहुंच गया।
सप्ताह के दौरान सार्वजनिक बैंकों के सेक्टर में तेजी रही। धातु समूह में भी जबरदस्त तेजी देखी गयी। निजी बैंकों, तेल एवं गैस, वित्त, ऑटो, फार्मा और रियलिटी सेक्टरों में भी जबरदस्त तेजी रही।
मझौली और छोटी कंपनियों में ज्यादा तेजी रही। सप्ताह के दौरान निफ्टी मिडकैप-50 सूचकांक 1.87 प्रतिशत और स्मॉलकैप-100 सूचकांक 1.81 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स का शेयर सबसे अधिक 6.39 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त में रहा। कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर 5.34 प्रतिशत, बीईएल का 4.22, टाइटन का 3.76 और टाटा स्टील का 3.43 प्रतिशत चढ़ा। सनफार्मा के शेयर में 2.99 फीसदी, ट्रेंट में 2.85, पावर ग्रिड में 2.66. एक्सिस बैंक में 2.42, इटरनल में 2.30 और एचडीएफसी बैंक में 2.07 प्रतिशत की तेजी रही। अडानी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनीलिवर, एनटीपीसी और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर भी एक प्रतिशत से दो प्रतिशत के बीच चढ़े।
मारुति सुजुकी में सबसे अधिक 2.84 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट रही। भारती एयरटेल का शेयर 1.10 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज का 1.04 फीसदी और टेक महिंद्रा का 0.48 फीसदी टूट गया।
अजीत , संतोष
वार्ता
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मुंबई, 10 नवंबर (वार्ता) भारतीय कंपनियों का देश के बाहर प्रत्यक्ष निवेश (ओएफडीआई) अक्टूबर में सालाना आधार पर 16.56 प्रतिशत घटकर 314.10 करोड़ डॉलर रह गया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को बताया कि इक्विटी में ओएफडीआई 132.85 प्रतिशत बढ़कर 185.29 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया जबकि ऋण में निवेश 44.10 फीसदी घटकर 73.87 करोड़ डॉलर रह गयी।
साथ ही, भारतीय निवेशकों ने गारंटी के माध्यम से 54.94 करोड़ रुपये का निवेश किया जो पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 66.65 प्रतिशत कम है।
अजीत, मधुकांत
वार्ता.

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वित्त क्षेत्र में डिजिटलीकरण बड़ा परिवर्तन कर रहा है- एस. ए. दवे

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मुंबई , 10 नवंबर (वार्ता) यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (यूटीआई) के पूर्व अध्यक्ष और मुंबई स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एण्ड पब्लिक पॉलिसी ( एमएसईपीपी) के पूर्व छात्र डॉ. एस. ए. दवे ने सोमवार को कहा कि वित्त क्षेत्र में डिजिटलीकरण बड़ा परिवर्तन और सुविधा उत्पन्न कर रहा है और इस परिवर्तन को जिम्मेदारी से निर्देशित करने के लिए शिक्षा और उद्योग जगत तथा नीति निर्माताओं के बीच सहयोग जरूरी है। .

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