Tuesday, Nov 11 2025 | Time 04:33 Hrs(IST)
राज्य » गुजरात / महाराष्ट्र


भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के

मुंबई, 30 अप्रैल (वार्ता) वर्ष 1910 में मुंबई में फिल्म द लाइफ ऑफ क्राइस्ट के प्रदर्शन के दौरान दर्शकों में एक ऐसा शख्स था जिसे अपने जीवन का लक्ष्य मिल गया। दो महीने में उसने शहर में प्रदर्शित सारी फिल्में देख डाली और तय कर लिया वह फिल्में ही बनाएगा।यह शख्स और कोई नहीं भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के थे।
दादा साहब फाल्के का असली नाम धुंधिराज गोविंद फाल्के था. उनका जन्म महाराष्ट्र के नासिक के निकट त्रयंबकेश्वर में 30 अप्रैल 1870 को हुआ था। उनके पिता दाजी शास्त्री फाल्के संस्कृत के विद्वान थे। कुछ वक्त बाद बेहतर जिंदगी की तलाश में उनका परिवार मुंबई आ गया।बचपन के दिनों से ही दादा साहब फाल्के की रूझान कला की ओर थी और वे इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे। वर्ष 1885 में उन्होंने जेजे कॉलेज ऑफ आर्ट में दाखिला लिया. उन्होंने बड़ौदा के मशहूर कलाभवन में भी कला की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने नाटक कंपनी में चित्रकार के रूप में काम किया. 1903 में वे पुरातत्व विभाग में फोटोग्राफर के तौर पर काम करने लगे।कुछ समय बाद दादा साहब फाल्के का मन फोटोग्राफी में नहीं लगा और उन्होंने निश्चय किया कि वे बतौर फिल्मकार अपना करियर बनाएंगे। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए 1912 में वे अपने दोस्त से पैसे लेकर लंदन चले गए। लगभग दो सप्ताह तक लंदन में फिल्म निर्माण की बारीकियां सीखीं और फिल्म निर्माण से जुड़े उपकरण खरीदने के बाद मुंबई लौट आये।
मुंबई आने के बाद दादा साहब फाल्के ने 'फाल्के फिल्म कंपनी' की स्थापना की और उसके बैनर तले राजा हरिश्चंद्र नाम की फिल्म बनाने का निश्चय किया. वे इसके लिए फाइनेंसर की तलाश में जुट गए। इस दौरान उनकी मुलाकात फोटोग्राफी उपकरण के डीलर यशवंत नाडकर्णी से हुई, जो दादा साहब फाल्के से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने उनकी फिल्म का फाइनेंसर बनना स्वीकार कर लिया।फिल्म निर्माण के क्रम में दादा साहब फाल्के को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. वे चाहते थे कि फिल्म में अभिनेत्री का किरदार कोई महिला ही निभाए, लेकिन उन दिनों महिलाओं का फिल्मों में काम करना बुरी बात समझी जाती थी. उन्होंने रेड लाइट एरिया में भी खोजबीन की लेकिन कोई भी महिला फिल्म में काम करने को तैयार नहीं हुई। बाद में उनकी खोज एक रेस्तरां में बावर्ची का काम करने वाले व्यक्ति सालुंके पर जाकर पूरी हुयी।
दादा साहब फाल्के भारतीय दर्शकों को अपनी फिल्म के जरिए कुछ नया देना चाहते थे। वे फिल्म निर्माण में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे। इसलिये फिल्म में निर्देशन के अलावा उसके लेखन, छायांकन, संपादन, चित्रांकन की सारी जिम्मेदारी उन्होंने अपने ऊपर ले ली। यहां तक कि फिल्म के वितरण का काम भी उन्होंने ही किया।फिल्म के निर्माण के दौरान दादा साहब फाल्के की पत्नी ने उनकी काफी सहायता की। इस दौरान वह फिल्म में काम करने वाले लगभग 500 लोगों के लिए खुद खाना बनातीं और उनके कपड़े धोती थी. फिल्म के निर्माण में लगभग 15,000 रूपये लगे, जो उन दिनों काफी बड़ी रकम हुआ करती थी. आखिरकार वह दिन आ ही गया जब फिल्म का प्रदर्शन होना था। तीन मई 1913 को मुंबई के कोरनेशन सिनेमा हॉल में यह फिल्म पहली बार दिखाई गयी। लगभग 40 मिनट की इस फिल्म को दर्शकों का अपार समर्थन मिला. फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी।
प्रेम
जारी वार्ता
More News

महाराष्ट्र में कार दुर्घटना में गर्भवती महिला की मौत

11 Nov 2025 | 12:14 AM

जलगांव, 10 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र में जलगांव जिले के वाकोड़ के पास सोमवार की दोपहर सड़क दुर्घटना में एक गर्भवती महिला की मौत हो गयी जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया।.

see more..

दिल्ली विस्फोट की घटना के बाद नागपुर में हाई अलर्ट

11 Nov 2025 | 12:03 AM

नागपुर, 10 नवंबर (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट के बाद महाराष्ट्र के नागपुर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और शहर के सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों तथा संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।.

see more..

सांगली जिले में रेफ्रिजरेटर और गैस सिलेंडर में विस्फोट से चार लोगों की मौत

10 Nov 2025 | 5:59 PM

सांगली, 10 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र में सांगली जिले के वीटा स्थित इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान में सोमवार को रेफ्रिजरेटर और गैस सिलेंडर में विस्फोट के बाद लगी आग में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतकों की पहचान दुकान मालिक विष्णु पांडुरंग जोशी (47), उनकी पत्नी सुनंदा (42), उनकी बेटी प्रियंका (25) और पोते योगेश (2) के रूप में की है।
उन्होंने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि दुकान वाली पूरी इमारत धुएँ से भर गई। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग बुझाने का काम शुरू किया।
सैनी अशोक
वार्ता.

see more..

राज ठाकरे के दादर स्थित आवास 'शिवतीर्थ' के बाहर कड़ी सुरक्षा

10 Nov 2025 | 5:42 PM

मुंबई, 10 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के दादर स्थित आवास 'शिवतीर्थ' के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। .

see more..

महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दुर्लभ आयोजन 'किरणोत्सव' शुरु

10 Nov 2025 | 5:10 PM

कोल्हापुर, 10 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र के कोल्हापुर में करवीर निवासिनी श्री महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय वार्षिक दुर्लभ आयोजन 'किरणोत्सव (सूर्य-किरण उत्सव) शुरु हुआ। .

see more..