राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Jan 20 2025 11:57PM पुलिस का सहयोग नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए बाबा सिद्दीकी मामले से अलग हुये लोक अभियोजकमुंबई, 20 जनवरी (वार्ता) पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में नियुक्त विशेष लोक अभियोजक अधिवक्ता शोएब मेमन ने “मुंबई पुलिस से सहयोग की कमी” का हवाला देते हुए अपनी सहमति वापस ले ली है। सिद्दीकी की पिछले साल 12 अक्टूबर को मुंबई के उपनगर बांद्रा में उनके कार्यालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शहर की अपराध शाखा ने शूटरों, हथियार आपूर्तिकर्ताओं, फाइनेंसरों और हत्यारों को साजो-सामान सहायता प्रदान करने वालों सहित 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया और इस महीने की शुरुआत में कड़े मकोका कानून के तहत एक बड़ा आरोप पत्र दायर किया। श्री मेमन ने मुंबई पुलिस अपराध शाखा को एक पत्र लिखकर कहा कि जांच अधिकारियों से संचार की कमी और आरोप पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया के बारे में चिंताओं के कारण मामले से हटने का उनका निर्णय आवश्यक हो गया था। अधिवक्ता मेमन ने तर्क दिया कि मामले की स्थिति पर किसी भी पत्राचार या अद्यतन की अनुपस्थिति ने मुझे यह विश्वास दिलाया है कि मेरी नियुक्ति को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि उनके पास यह विश्वास करने के कारण थे कि मामले में दायर आरोप पत्र में शामिल दोषी मास्टरमाइंड को पर्याप्त रूप से संबोधित नहीं किया गया है। श्री मेमन ने आरोप लगाया, “मेरी चिंताएं इस तथ्य से और भी बढ़ गई हैं कि मामले से संबंधित कोई दस्तावेज मुझे उपलब्ध नहीं कराए गए, न ही आरोप पत्र दाखिल करने के लिए मेरे इनपुट मांगे गए या उन पर विचार नहीं किया गया।” सैनीवार्ता