राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Jun 14 2025 11:00PM मुंबई बनेगा वैश्विक शिक्षा केंद्रमुंबई, 14 जून (वार्ता) सरकार द्वारा शुक्रवार को ब्रिटेन , ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और इटली के पांच विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों के लिए यहां परिसर स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किये जाने के साथ ही देश की वाणिज्यिक राजधानी विश्व स्तरीय शिक्षा केंद्र बनने के लिए तैयार है। मुंबई में आज आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क (ब्रिटेन), यूनिवर्सिटी ऑफ एबरडीन ( ब्रिटेन), यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलिया), इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (अमेरिका) और इंस्टीट्यूटो यूरोपियो डि डिजाइन (आईईडी) (इटली) को आशय पत्र (एलओआई) जारी किए। श्री प्रधान ने ‘मुंबई राइजिंग: क्रिएटिंग एन इंटरनेशनल एजुकेशन सिटी’ कार्यक्रम में कहा कि इस कदम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में उल्लिखित दृष्टिकोण का हिस्सा है और इससे भारत के उच्च शिक्षा परिदृश्य को बेहतर बनाने और देश-विदेश से छात्रों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ये शीर्ष स्तरीय विश्वविद्यालय व्यवसाय, अर्थशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान, सार्वजनिक स्वास्थ्य, डेटा विज्ञान, डिजाइन आदि सहित कई विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करेंगे। भारत में इन विदेशी परिसरों की स्थापना से छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। साथ ही विदेश में अध्ययन करने का वित्तीय बोझ भी काफी कम होगा। भारत एक पसंदीदा अध्ययन गंतव्य बनने की राह पर है। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये वैश्विक संस्थान राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 ने शीर्ष अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के लिए भारत आने का मार्ग प्रशस्त किया है। यह प्रतिभाशाली भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा बदलाव है, जिन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विदेशों में जाना पड़ता था। अब, वे देश से बाहर जाए बिना विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्थानों में अध्ययन कर सकते हैं। आशय पत्र प्राप्त करने वाले सभी विश्वविद्यालय क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शीर्ष 500 की सूची में शामिल हैं। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय को मुंबई/नवी मुंबई में और चेन्नई में परिसर स्थापित करने की अनुमति मिली है। यह पहला अवसर है, जब विदेशी विश्वविद्यालय का परिसर मुंबई में खुलेगा। सैनी, संतोष वार्ता