Saturday, Nov 8 2025 | Time 03:51 Hrs(IST)
भारत


नौ अक्टूबर को दो दिन की आस्ट्रेलिया यात्रा पर जायेंगे राजनाथ

नयी दिल्ली 05 अक्टूबर (वार्ता) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौ अक्टूबर को आस्ट्रेलिया की दो दिन की यात्रा पर जायेंगे और इस दौरान दोनोंं देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढाने से संबंधित तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि श्री सिंह ऑस्ट्रेलिया के उप-प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस के निमंत्रण पर नौ से दस अक्टूबर तक ऑस्ट्रेलिया की दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। यह वर्ष 2014 के बाद से किसी भारतीय रक्षा मंत्री की पहली ऑस्ट्रेलिया यात्रा है।
यह यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रही है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) के पांच वर्ष पूरे रहे हैं। रक्षा मंत्री अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ द्विपक्षीय चर्चा करने के साथ -साथ सिडनी में एक व्यावसायिक गोलमेज सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे जिसमें दोनों पक्षों के उद्योग जगत के प्रमुख भाग लेंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के अन्य राष्ट्रीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। यह यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों और रक्षा साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए नई तथा सार्थक पहलों का पता लगाने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगी।
इस दौरान दोनों देशों के बीच सूचना आदान-प्रदान, समुद्री क्षेत्र और संयुक्त गतिविधियों के क्षेत्रों में सहयोग बढाने के तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच समय के साथ रक्षा संबंधों का विस्तार हुआ है और इसमें दोनों सेनाओं के बीच व्यापक संपर्क, सैन्य आदान-प्रदान, उच्च-स्तरीय दौरे, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम, समुद्री क्षेत्र में सहयोग, पोत भ्रमण और द्विपक्षीय अभ्यास शामिल हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को 2009 में रणनीतिक साझेदारी से बढ़ाकर 2020 में व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) में बदल दिया था। दोनों देशों के बीच प्रगाढ संंबंध हैं जो समान मूल्यों , लोकतंत्र, राष्ट्रमंडल परंपराओंं, बढ़ती आर्थिक भागीदारी और उच्च-स्तरीय बातचीत में निहित हैं। लंबे समय से लोगों के बीच परस्पर संबंध, ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों की उपस्थिति के साथ-साथ मजबूत पर्यटन और खेल संबंधों ने दोनों देशों के बीच स्थायी साझेदारी को और मजबूत किया है।
श्री मार्लेस इस वर्ष जून में भारत यात्रा पर आये थे और अपने समकक्ष श्री सिंह से मुलाकात के अलावा वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे।
संजीव
वार्ता
More News

चार नयी वंदे भारत शहरों की दूरियां करेंगी कम

07 Nov 2025 | 9:26 PM

नयी दिल्ली 07 नवंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आभासी माध्यम से चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। .

see more..

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकारी कार्यालयों के समय में किया बदलाव

07 Nov 2025 | 9:25 PM

नयी दिल्ली, 7 नवंबर (वार्ता) दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के मद्देनजर सरकारी कार्यालयों के समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है जो पंद्रह नवंबर से प्रभावी होगा।.

see more..

बिहार चुनाव के पहले चरण में पुनर्मतदान की अनुशंसा नहीं

07 Nov 2025 | 8:37 PM

नयी दिल्ली, 07 नवंबर (वार्ता) चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद किसी भी सीट पर पुनर्मतदान की अनुशंसा नहीं की है। यह जानकारी चुनाव आयोग द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गयी।.

see more..

तकनीकी समस्या के कारण दिल्ली-उत्तर भारत के कई अन्य हवाई अड्डों पर उड़ानों में देरी, यात्री परेशान

07 Nov 2025 | 8:36 PM

नयी दिल्ली, 07 नवंबर (वार्ता) स्वचालित संदेश स्विचिंग सिस्टम (एएमएसएस) में तकनीकी खराबी आने के कारण राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) और उत्तर भारत के कई अन्य स्थानों पर उड़ानों में देरी हो रही है। एएमएसएस एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) डेटा का समर्थन करता है। .

see more..

फिल्म '120 बहादुर' से एक बार फिर सुखियों में आया रेजांग ला स्मारक

07 Nov 2025 | 8:31 PM

नयी दिल्ली 07 नवम्बर (वार्ता) भारत और चीन के बीच 1962 के युद्ध में भारतीय सेना के रणबांकुरों के शौर्य की प्रतीक रेजांग ला की लड़ाई पर आधारित फिल्म ' 120 बहादुर' से लद्दाख के चुशुल में स्थित रेजांग ला युद्ध स्मारक एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। फरहान अख्तर की रेजांग ला की लड़ाई पर आधारित फिल्म '120 बहादुर' का ट्रेलर गुरुवार को रिलीज़ होने के साथ ही एक बार फिर यह स्मारकचर्चा में है। स्मारक पर शहीदों के सम्मान में प्रसिद्ध कवि थॉमस बैबिंगटन मैकाले की कविता 'होराटियस' की पंक्ति " और मनुष्य की मृत्यु कैसे बेहतर हो सकती है, अपने पूर्वजों की राख से, और देवताओं के मंदिर.

see more..