राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Feb 18 2024 7:47PM कांग्रेस ने ओबीसी की बात करके चरण सिंह और देवगौड़ा सरकार को गिराने का किया था पाप: यादवनई दिल्ली/भोपाल, 18 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी ने ओबीसी की बात करके चौधरी चरण सिंह और एच डी देवगौड़ा की सरकारों को गिराने का काम किया था।डॉ यादव नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन 2024 को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने ओबीसी की बात करके चौधरी चरण सिंह की सरकार को गिराने का पाप किया। उन्होंने ओबीसी की बात करके श्री देवगौड़ा की सरकार को गिराने का पाप किया। उन्होंने कहा कि हमारा यह राष्ट्रवादी दल जिसने सम्पूर्ण देश की बात की, लेकिन अति पिछड़े व्यक्ति को भी प्रधानमंत्री को मौका देने का अवसर मिला तो हमने सबके सामने उदाहरण पेश किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसके माध्यम से हमने अति पिछड़े परिवार से देश का प्रधानमंत्री दिया। उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि वे जिस पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उनका परिवार, किसान और मजदूर परिवार के रूप जाना जाता है। उन्हें इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बनने का मौका कोई पार्टी दे सकती है तो वह एकमात्र पार्टी भाजपा है, जिसके माध्यम से वे यह गौरव और गर्व पाते हैं।डॉ यादव ने कहा कि भाजपा की वजह से ही एक सामान्य कार्यकर्ता नीचे से उठ करके एक बूथ से काम करते-करते देश के अलग-अलग कामों के माध्यम से राज्य का मुख्यमंत्री भी बनता है। मध्यप्रदेश उन राज्य में आता है जहां चार-चार मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं। उन्होंने कहा कि वे जहां से आते हैं वह बाबा महाकाल की नगरी है और भगवान श्री कृष्ण ने जहां शिक्षा ग्रहण की। आज की राजनीति में जिस प्रकार से केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी पूरी राजनीतिक यात्रा में गृह मंत्री का रोल अदा किया। उससे हमने ये एहसास किया है कि वास्तव में भगवान श्री कृष्ण के सच्चे अर्थों में शिष्य के नाते से जो शासन व्यवस्था के सूत्र चाहिए, वह सारे सूत्र हमको दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा के वे अत्यंत आनंद के साथ इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं।उन्होंने कहा कि उज्जैन की एक और व्यवस्था है, प्रत्येक 12 साल बाद उज्जैन में कुंभ मेले का एक बार आयोजन होता है। केवल उज्जैन ही नहीं यह हमारे देश के चार नगरों में होता है। उन चारों नगरों में ऐसा माना जाता है कि देव-दानव मिलकर समुद्र मंथन करके उस समुद्र मंथन से अमृत की प्राप्ति लेते हैं। काल के प्रवाह में हम उस घटना को केवल स्मरण करें लेकिन आज के इस राजनीतिक दौर में भी दो दल दिखाई देते हैं और उन दो दलों में से एक दल वह है जिनके बारे में केन्द्रीय गृह मंत्री ने विस्तार से बात कही है।डॉ यादव ने कहा कि वे एक किसान और मजदूर परिवार से हैं। परिवार में खेती है। एक छोटा सा उदाहरण से अपनी बात रखते हैं कि जैसे खेत के अंदर एक पुतला खड़ा कर दो और उस पुतले के आधार पर पशु-पक्षी भ्रम में रहते हैं कि अब इस फसल को नुकसान नहीं करना है। ये जो पुतला खड़ा करके किसान अपने उद्देश्य की प्राप्ति करता है, वह फसल बचाने का प्रयास करता है। दुर्भाग्य से यह घमंडियां गठबंधन ऐसा पुतला खड़ा करके इसकी आड़ में वह गरीब, ओबीसी, आदिवासी और अल्पसंख्यक हित की बात करेंगे, लेकिन भला किसी भी वर्ग का नहीं करेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अंदाजा लगा लो आज आंध्र प्रदेश, नागालैंड, सिक्किम इन चार राज्यों में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। ये किस ढंग से अपने आप को सत्ता की बात कर रहे हैं कि आने वाले समय में वह सत्ता में आएंगे। पश्चिम बंगाल में इनका केवल एक विधायक है वह भी उपचुनाव में जीता है। देश में सबसे ज्यादा विधानसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में उनके पास केवल दो विधायक है।उन्होंने कहा कि आज हमारे पास देश के अंदर सबसे बड़ी पार्टी का तमगा भी है और सबसे ज्यादा सभी जातियों का समुच्चय बनाते हुए देश के सभी राज्यों में सबको मौका दिया। वे उस पार्टी के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां सीएम, डिप्टी सीएम जिस प्रकार से दे रहे हैं, वह अपने आप में इस बात का रिकॉर्ड है कि हमारे प्रधानमंत्री केवल कहते नहीं है कि सबका साथ, सबका विकास। हमने जो कहा, उसे करके दिखाने का प्रयास किया है।डॉ यादव ने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमारी पार्टी ने जो शुरुआत से कहा है जिसके बारे में केन्द्रीय गृह मंत्री ने बात रखी थी, धारा 370 को लेकर 1951 में जो बात कही थी, उसी बात के आधार पर आज देश के अंदर न केवल धारा 370 हटाई है बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में पूरे देश और दुनियां में जो हमने कहा कि एक प्रकार से स्वर्ग का भूखंड है कश्मीर, उसको सबके सामने लाकर न केवल दिखाया बल्कि आतंकवाद सहित ऐसे कई विषयों को समाप्त करने का प्रयास किया।उन्होंने कहा कि वर्तमान के दौर में जिस ढंग से भगवान श्री राम की बात आई, वे तो समझ ही नहीं पाते हैं कि भगवान के मामले को लेकर आज इतनी बड़ी आबादी में एक बड़ा वर्ग जिन पर श्रद्धा करता है, जिनको आस्था से देखा है। हमारे अपने परिवार में देखे जब हमें परिवार में निमंत्रण मिलता है तो हमारी जाने की इच्छा हो या न जाने की इच्छा हो लेकिन हमें जिसने निमंत्रण दिया है हम उसे सार्वजनिक रूप में अपमानित नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस अवसर पर श्री शाह ने विस्तार से जो विषय रखा है, उसका समर्थन करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में फिर एक बार मोदी सरकार आएगी।बघेलवार्ता