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रिएजेंट व दवा घोटाले की जांच सीबीआई से करानी चाहिए:गुप्ता

रायपुर 22 मार्च (वार्ता) छत्तीसगढ़ कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने
आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रिएजेंट और दवा सप्लाई घोटाले की लीपापोती के लिए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्लू) से जांच करा रही है जबकि इस घोटाले में केंद्र सरकार का भी पैसा है इसलिए इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच होनी चाहिए।
श्री गुप्ता ने शनिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार मीडिया में खबरें बनने के बाद दबाव में राज्य की भाजपा सरकार ने रिएजेंट और दवा सप्लाई घोटाले की जांच की घोषणा की थी। इस मामले की लीपापोती करने ईओडब्ल्यू से जांच कराई जा रही जबकि यह केंद्रीय पैसे में घोटाला है, अतः इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए। इस घोटाले में वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी शामिल हैं। उन्होंने चलती जांच के बीच सप्लाई करने वाली कंपनी को भुगतान करवा दिया। इससे साफ है कि घोटाले में मंत्री की सहभागिता थी।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि रीएजेंट की कृत्रिम मांग में स्वास्थ्य विभाग के तीनों अंग आपस में जुड़े हुए हैं। अफ़सर तो दोषी थे ही, अब राज्य के मंत्री की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। ऐसे में यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि राज्य की कोई एजेंसी अपने ही सरकार के किसी मंत्री की भूमिका की जांच करेगी? वैसे भी रिएजेंट के पैसे आए थे केंद्र सरकार से। कांग्रेस पार्टी को लगता है कि राज्य सरकार, खासकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इस जांच में लीपापोती करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी मांग है कि सैकड़ों करोड़ रुपए के इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
डा. गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल इस्तीफा देने अन्यथा उनको बर्खास्त करने की भी मांग की।
इस बीच कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भी कहा कि और जब तक जांच पूरी नहीं होती, स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा दें। इस्तीफा नहीं देते है तो मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य मंत्री को पद से हटा देना चाहिए। पूरे घोटाले दौरान जो अधिकारी विभाग में पोस्टेड थे उन्हें निलंबित कर जांच होनी चाहिए क्योंकि उनकी उपस्थिति में जांच प्रभावित हो सकती है।
सं.संजय
वार्ता