राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Mar 24 2025 9:25PM मध्यप्रदेश सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक सदन में पारित, कांग्रेस ने किया बहिर्गमनभोपाल, 24 मार्च (वार्ता) विधानसभा में आज मध्यप्रदेश सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2025 को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने इस विधेयक का विरोध करते हुए बहिर्गमन किया। विधेयक पर हुयी चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और कांग्रेस के सदस्यों जैसे भंवर सिंह शेखावत और सचिन यादव ने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इसके माध्यम से जो संशोधन किए जा रहे हैं, वे सहकारिता की मूल भावना के विपरीत हैं। इस संशोधन के बाद सहकारिता के क्षेत्र में निजी लोगों का हस्तक्षेप और बढ़ जाएगा। वहीं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने विपक्षी सदस्यों की आशंकाओं को निराधार बताया और कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में और सुधार के लिए यह संशोधन किए जा रहे हैं। उनके जवाब के बाद सदन में विधेयक को पारित करने की प्रक्रिया की जा रही थी, तभी कांग्रेस सदस्यों ने इसे सदन की प्रवर समिति को सौंपे जाने की मांग की। सत्तारूढ़ दल और विपक्षी दल के सदस्यों के बीच काफी नोंकझोंक के बीच विधेयक को पारित कराने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी, वहीं नेता प्रतिपक्ष श्री सिंघार की घोषणा पर कांग्रेस सदस्यों ने बहिर्गमन किया। वहीं सदन में इस संशोधन विधेयक को ध्वनिमत से पारित किया गया। इसके उपरांत नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश (संशोधन) विधेयक, 2025 पर विचार करने का प्रस्ताव किया। इस विधेयक पर चर्चा के बाद श्री विजयवर्गीय ने जवाब दिया और अंतत: इस विधेयक को भी ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसके जरिए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने संबंधी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के प्रावधान किए गए हैं। यह संशोधन हाल ही में राज्य में निवेश के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के परिप्रेक्ष्य में लिए गए हैं। इन दोनों विधेयकों के पारित होने के उपरांत अध्यक्ष श्री तोमर, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के उद्बोधन हुए और अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इसी के बाद दस मार्च से प्रारंभ हुआ बजट सत्र आज संपन्न हो गया। प्रशांतवार्ता