राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jun 21 2025 4:21PM डोंगला को काल गणना की नगरी के रूप में पुनः स्थापित करने के प्रयास : यादवडोंगला (उज्जैन), 21 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि उज्जैन के डोंगला को काल गणना की नगरी के रूप में पुनः स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।डॉ यादव ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि आज उज्जैन के ग्राम डोंगला में भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 'विरासत से विकास' के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को उजागर किया गया। इस अवसर पर कर्क संक्रांति के दिन, डोगला ऑब्जर्वेटरी में विद्यार्थियों के बीच एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया।उन्होंने कहा कि आज के दिन डोंगला में सूर्य की छाया शंकु यंत्र के माध्यम से शून्य बिंदु पर पहुंचने के बाद सूर्य की गति अब उत्तरायण से दक्षिणायण की ओर बढ़ेगी, जो आंखों से देखा जा सकता है। इस ऐतिहासिक और वैज्ञानिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, डोंगला, महिदपुर को काल गणना की नगरी के रूप में पुनः स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।डॉ यादव ने कहा कि हम यह आशा करते हैं कि भविष्य में वैज्ञानिक इस पर और अधिक शोध करेंगे और खगोलीय ज्ञान को पुनः परिभाषित करते हुए, ग्रीनविच के बजाय भारत को स्टैंडर्ड टाइम का केंद्र बनाए जाने की दिशा में कार्य करेंगे।उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि वैज्ञानिक समुदाय ने अब इस दृष्टिकोण को स्वीकार किया है। एशिया में महत्वपूर्ण स्थान होने के नाते, भारत से ही काल गणना का महत्व जुड़ा हुआ है। कई देशों के वैज्ञानिक भी इस विचार से सहमत हैं कि काल गणना के लिए भारत ही सर्वोत्तम केंद्र है, और इस दिशा में हम प्रगति कर रहे हैं।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के ग्राम डोंगला मे नव निर्मित तारा मंडल का लोकर्पण भी किया।गरिमावार्ता