राज्य » अन्य राज्यPosted at: Mar 3 2024 4:31PM बदरीनाथ-केदारनाथ में जल्द शुरू होगें अस्पताल : डा. राजेशदेहरादून, 03 मार्च (वार्ता) उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने रविवार को कहा कि चारधाम यात्रा से पहले बदरीनाथ और केदारनाथ में अस्पताल शुरू हो जाऐंगे। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों के लिए उपकरण खरीदने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में स्वीकृति मिल चुकी है।डा. राजेश ने कहा कि इसके अलावा, चारधाम यात्रा मार्ग पर अनुभवी और उच्च हिमालय में काम करने के लिए प्रशिक्षित मेडिकल टीम को तैनात किया जा रहा है, ताकि तीर्थयात्रियों को तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वह चारधाम यात्रा से पहले अपने स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करा लें। डा. राजेश ने बताया कि श्री धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा. रावत के निर्देशानुसार, विभाग चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुट गया है। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। जिसके क्रम में चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभागों से कोऑर्डिनेशन किया जा रहा है। सभी एक टीम के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार चारधाम में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 150 लोगों की मेडिकल टीम की तैनाती की जाएगी। इस टीम को हाई एल्टीट्यूड में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डाक्टरों की तैनाती 15-15 दिनों के लिए की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में तैनात डाक्टरों को चारधाम में तैनाती नहीं देगा। इसकी बजाय, कुमाऊं और अन्य जिलों से डाक्टर और मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि बदरीनाथ और केदारनाथ के अस्पताल में उपकरण यात्रा से पहले उपलब्ध हो जाएंगे। इसके लिए शार्ट टेंडर जारी होंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर जगह-जगह तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच का प्रबंध किया जा रहा है। इस बार शुरुआती चरण से तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस रखा जाएगा। इन हैल्थ पॉइंट पर मरीजों के स्वास्थ्य की गहनता से जांच होगी। उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया जाएगा। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि देवभूमि में आपका स्वागत है, लेकिन यात्रा से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करा लें। उन्होंने कहा कि दिल और ब्लड प्रेशर के मरीजों के साथ ही गर्भवती महिलाएं भी अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा कर ही यात्रा करें। विभाग यात्रियों का स्वास्थ्य रिकार्ड रखेगा। उन्होंने कहा कि यदि तीर्थयात्री को कहीं भी कोई असुविधा होती है तो वह अपनी जांच करा लें। मौसम के अनुकूल होने पर ही यात्रा करें। उन्होंने यह भी बताया कि चारधाम यात्रा में विदेशों के साथ ही देश के तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि उनके लोकल भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन न होने के चलते कई बार श्रद्धालुओं को गाइडलाइन समझने में दिक्कतें होती है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल एक बड़ा पहल करते हुए हिंदी-अंग्रेजी के अलावा 9 अन्य भाषाओं में एसओपी जारी की थी। इस बार भी ऐसा ही होगा। उन्होंने बताया कि कुल 11 भषाओं में एसओपी जारी होगी। जिससे अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी भाषा में स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन और जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि अन्य भाषाएं जिसमें बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया भाषा में भी एसओपी जारी की जाएगी।सुमिताभ.संजय वार्ता