Thursday, Mar 27 2025 | Time 19:13 Hrs(IST)
राज्य » अन्य राज्य


वार्षिक तीर्थयात्रा सत्र के बाद भगवान अयप्पा मंदिर के कपाट किये बंद

सबरीमाला, 20 जून (वार्ता) केरल में विश्व प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर को पंडालम पैलेस के शाही प्रतिनिधि के लिए पारंपरिक दर्शन की सुविधा के बाद 2024-25 वार्षिक तीर्थयात्रा समापन के साथ सोमवार सुबह साढ़े छह बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिये गये।
परंपरागत धार्मिक अनुष्ठान के अनुसार, भगवान अयप्पा मंदिर के प्रमुख पुजारी (मेल्सांथी) अरुण कुमार नाम्बूदिरी ने 'पणक्किज़ी' (मंदिर में पूजा के संचालन के लिए दी गई धनराशि) और श्रीकोविल की चाबी 'त्रिकेतनल' राजराजा वर्मा को मंदिर के पवित्र सीढ़ियों के सामने सौंप दी। जो पंडालम महल के शाही परिवार के सदस्य हैं। अनुष्ठान मंदिर तंत्री ब्रह्मदत्तन कनादानरारू की उपस्थिति में आयोजित किए गए।
सदियों पुराने मंदिर से जुड़े पंडालम शाही परिवार के प्रतिनिधि पी राघव वर्मा राजा द्वारा दर्शन किए जाने के बाद सुबह इस पहाड़ी मंदिर का गर्भगृह बंद कर दिया गया। पारंपरिक ‘भस्माभिषेकम’ के बाद मंदिर के कपाट को ‘हरिवर्षनम’ के मंत्रोच्चारण के साथ बंद कर दिया गया। मंदिर के दरवाजे रविवार रात नौ बजे श्रीकोविल (गर्भगृह) को बंद करने से पहले, श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजा अर्चना करने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद, मंदिर के मुख्य हिस्से में प्रवेश बंद कर दिया गया, और दर्शन के समय का समापन हो गया।
सूत्रों ने बताया कि इसके साथ ही, सबरीमाला में 67-दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा का समापन हुआ और भगवान अयप्पा मंदिर 13 फरवरी को मलयालम महीने, कुंभम में मासिक पूजा के लिए फिर से खोला जाएगा।
श्रद्धा, उप्रेती
वार्ता