राज्य » अन्य राज्यPosted at: Mar 2 2025 9:53PM पश्चिम बंगाल के राज्यपाल वार्षिक 'कोड़ा' महोत्सव में हुए शामिलतिरुवनंतपुरम/कन्यायाकुमारी, 02 मार्च (वार्ता) कन्याकुमारी के मोंडाइकड में प्रसिद्ध भगवती मंदिर में 10 दिवसीय ‘कोडा’ उत्सव रविवार को ‘कोडियेट्टू’ (ध्वजारोहण) समारोह के साथ शुरू हुआ, जिसमें तमिलनाडु और केरल के विभिन्न हिस्सों से हजारों भक्त शामिल हुए। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस, तेलंगाना के पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदर्यराजन और केरल के पूर्व मंत्री वीएस शिवकुमार सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे, जो सुबह 8.30 बजे मंदिर में ध्वज फहराने के साथ संपन्न हुए अनुष्ठान में शामिल हुए। मंदिर के 'तंत्री' एडक्कोडे शंकरनारायण अय्यर के नेतृत्व में, तीर्थयात्रियों द्वारा ‘ अम्मे शरणम, देवी शरणम’ के जाप के बीच मंदिर के पुजारियों द्वारा अनुष्ठान किया गया। वार्षिक उत्सव का मुख्य बिंदु, पौराणिक कोड़ा, 11 मार्च को होगा जिसमें तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों और केरल से लाखों भक्त शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि 11 मार्च की आधी रात को ओडुक्कू पूजा के साथ उत्सव के समापन से पहले, 07 मार्च को उत्सव की एक प्रमुख मध्य रात्रि अनुष्ठान वलियापडुक्का और 10 मार्च को वलिया थेवत्ती का जुलूस निकाला जाएगा। इस बीच, उत्सव के साथ देवास्वोम बोर्ड और हैंदावा (हिंदू) सेवा संघम द्वारा आयोजित 88वां वार्षिक हिंदू महा सम्मेलन भी रविवार को शुरू हुआ। डॉ. आनंद बोस ने पारंपरिक दीप जलाकर बैठक का उद्घाटन किया। सभी 10 दिनों में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों और हिंदू सम्मेलनों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है। पिछले एक महीने में मंदिर में तीर्थयात्रियों, ज्यादातर महिलाओं, की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसने त्योहार को भव्य बना दिया है। हालांकि भक्त प्रतिदिन मंदिर में 'पोंगाला' चढ़ाते हैं, त्योहार के दिनों में उनकी संख्या हजारों में बढ़ जाती है। त्योहार के दौरान, हजारों भक्त दक्षिण केरल से मोंडाइकड पहुंचते हैं और इसको ध्यान में रखते हुए, तमिलनाडु सरकार ने तीर्थयात्रियों के आवागमन को विनियमित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। केरल राज्य सड़क परिवहन निगम और तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम के बीच तिरुवनंतपुरम और मोंडाइकड के बीच विशेष अंतर-राज्य बस सेवाएं संचालित की जा रही हैं। तमिलनाडु पुलिस ने सुरक्षा और जन प्रबंधन के लिए 1000 से अधिक विशेष कर्मियों और एक समुद्री पुलिस की टुकड़ी को तैनात किया है। मंदिर के चारों ओर कई निगरानी टावर स्थापित किए गए हैं, जिसमें तीर्थ स्थल के निकट तटीय क्षेत्र भी शामिल हैं। मोंडाइकड देवी मंदिर अरब सागर के तट पर, पूर्व के त्रावणकोर रियासत के कोलाचेल के पास स्थित है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में स्थित होने के बावजूद मंदिर के अनुष्ठान और त्योहार केरल की परंपराओं के अनुसार आयोजित किए जाते हैं। 1803 में त्रावणकोर के पूर्व शासक ने मंदिर का प्रशासन अपने हाथ में लिया था। मंदिर का प्रबंधन अब कन्याकुमारी देवास्वोम बोर्ड द्वारा किया जाता है। अभय, सोनिया वार्ता