Tuesday, May 20 2025 | Time 06:04 Hrs(IST)
राज्य » अन्य राज्य


जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट ने बसवन्ना, कनकदास के आदर्शों को धोखा दिया-कुमारस्वामी

बेंगलुरु 16 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को दार्शनिक-संतों बसवन्ना और कनकदास की शिक्षाओं का हवाला देते हुए कांग्रेस सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए समाज को विभाजित करने के लिए जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट का उपयोग करके सामाजिक एकता के अपने संदेश को धोखा देने का आरोप लगाया।
श्री कुमारस्वामी ने एक बयान में कहा, ''श्रीमान मुख्यमंत्री क्या यह वही है कनकदास का संदेश एकता और गहराई का था। लेकिन आपके प्रायोजित सर्वेक्षण रिपोर्ट के पीछे की मंशा गंभीर सवाल उठाती है। आप जो कहते हैं और जो आप वास्तव में करते हैं, उसके बीच एक बड़ा अंतर है।'' एकता और समावेश का उपदेश देने वाले वचन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा: ''वह कौन है , वह कौन है, मुझे उसे दूसरे के रूप में नहीं देखना चाहिए। वह हमारा है। वह हम में से एक है... मुझे उसे अपने घर के बेटे के रूप में देखना चाहिए।''
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए पूछा ''आप बसवन्ना के वचनों का हवाला देते हैं जो सभी को गले लगाते हैं, लेकिन आपके कार्यों से ऐसा लगता है, ''वह हमारा नहीं है।'' क्या ऐसे दोहरे मानदंडों की कोई सीमा नहीं है सिद्धारमैया''
जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट के सार्वजनिक रूप से लीक होने पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि यह अभ्यास समानता के लिए नहीं बल्कि चुनावी अंकगणित के लिए बनाया गया था।
उन्होंने कहा ''यह जातियों को संतुलित करने के बारे में नहीं है, यह राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें एकजुट करने के बारे में है।'' उन्होंने सरकार पर पूर्व निर्धारित राजनीतिक आख्यान को फिट करने के लिए आंकड़ों में हेरफेर करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि लीक हुई रिपोर्ट पर लोगों का आक्रोश ''श्श्बिल्कुल जायज'' है और कांग्रेस पार्टी के आचरण की तुलना धोखे से की। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''हर कोई झूठे आंकड़ों को देख सकता है। आखिरकार अगर एक चोर बिल्ली अपनी आंखें बंद करके दूध पीती है तो क्या दुनिया वास्तव में इस पर ध्यान नहीं देती''
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वेक्षण का इस्तेमाल सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और सामाजिक दरारों को गहरा करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ''सर्वेक्षण के नाम पर समाज को बांटना, राज्य के सद्भाव को बिगाड़ना और उस अशांति का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना, यह कांग्रेस सरकार का छिपा हुआ एजेंडा लगता है।''
श्री कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी भी पूरी तरह से नहीं समझ पा रहे हैं कि इसके पीछे क्या छिपा है।'' 1990 में पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र पाटिल को हटाए जाने को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर अन्याय का लंबा इतिहास होने का आरोप लगाया।
''क्या आप भूल गए हैं कि आपकी पार्टी ने श्री वीरेंद्र पाटिल के साथ अन्याय किया था , आपकी पार्टी ने उस समय इसकी कीमत चुकाई थी और अभी भी कोई सबक नहीं सीखा है।''
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ''आपने कर्नाटक की शांति को भंग कर दिया है। इस सर्वेक्षण की लहर आपको बहा ले जाएगी। लोगों ने अब आपका असली चेहरा देख लिया है।''
जांगिड़
वार्ता
More News
इसरो ने पीएसएलवी मिशन विफलता का विश्लेषण करने के लिए समिति बनाई

इसरो ने पीएसएलवी मिशन विफलता का विश्लेषण करने के लिए समिति बनाई

19 May 2025 | 11:14 PM

चेन्नई 19 मई (वार्ता) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार के पीएसएलवी-सी61/ईओएस-09 मिशन की विफलता का विश्लेषण करने और उपाय सुझाने के लिए एक समिति बनाई है।

see more..
आतंकवाद विरोधी वैश्विक अभियान में शामिल हो सकते हैं युसूफ: सिरोया

आतंकवाद विरोधी वैश्विक अभियान में शामिल हो सकते हैं युसूफ: सिरोया

19 May 2025 | 11:00 PM

बेंगलुरु 19 मई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद लेहर सिंह सिरोया ने सोमवार को कहा कि उनका मानना ​​है कि पूर्व क्रिकेटर एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद युसूफ पठान अभी भी आतंकवाद विरोधी वैश्विक अभियान में शामिल हो सकते हैं।

see more..
सरकार सर्वोच्च न्यायालय के डीए आदेश का कानूनी तरीके से जवाब देगी-ममता

सरकार सर्वोच्च न्यायालय के डीए आदेश का कानूनी तरीके से जवाब देगी-ममता

19 May 2025 | 10:57 PM

कोलकाता 19 मई (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सर्वोच्च न्यायालय के प्रदेश सरकार को तीन महीने के भीतर कर्मचारियों को 25 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) देने का आदेश दिए जाने के तीन दिन बाद सोमवार को कहा कि वह अदालत के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी, लेकिन कानूनी तरीके से इसका जवाब देंगी।

see more..