राज्य » अन्य राज्यPosted at: Apr 25 2025 9:05PM कुलपतियों को बैठक में शामिल होने से रोकना आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है : रविचेन्नई 25 अप्रैल (वार्ता) तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने सरकार और राजभवन के बीच कई मुद्दों पर बढ़ते मतभेदों को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को उधगमंडलम में आयोजित सम्मेलन में भाग लेने से रोकने का उनका कृत्य आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है।श्री रवि ने दो दिवसीय सम्मेलन में पहले सरकार पर तीखे हमले करने के बाद सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “आज जिस तरह से माननीय मुख्यमंत्री थिरु. एमके स्टालिन ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पूर्व निर्धारित सम्मेलन में भाग लेने से रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया, वह आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है। जब उच्च शिक्षा मंत्री की ओर से कुलपतियों को सम्मेलन में भाग न लेने की टेलीफोन पर दी गई धमकियाँ काम नहीं आयी, तो मुख्यमंत्री ने पुलिस का इस्तेमाल किया। इससे 'आपातकाल के दिनों की यादें ताज़ा हो गयी हैं।”उन्होंने कहा “सम्मेलन के दिन एक कुलपति को पुलिस थाने ले जाया गया। ऊटी पहुँचे अन्य कुलपतियों के होटल के कमरों पर पुलिस ने आधी रात को दस्तक दी। पुलिस ने उन्हें धमकी दी कि अगर वे सम्मेलन में भाग लेंगे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा और घर नहीं जाने दिया जाएगा।” उन्होंने इस कृत्य को पुलिस का घोर दुरुपयोग बताते हुए सवाल किया कि क्या श्री स्टालिन राज्य विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार के परिणामों से डरते हैं, जिससे दलित और गरीब छात्रों को बहुत लाभ होता है तथा इससे उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ सकता है क्योंकि गुणवत्ता में कोई भी सुधार छात्रों को अधिक उत्साही और प्रेरित करेगा। अशोक, उप्रेतीवार्ता