राज्य » अन्य राज्यPosted at: May 20 2025 2:30PM बेंगलुरु में सड़कें जलमग्न, बीबीएमपी ने बचाव के लिए नावें तैनात कींबेंगलुरू, 20 मई (वार्ता) बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने मानसून-पूर्व भारी बारिश के कारण रातभर सड़कों और घरों में पानी भर जाने के बाद मंगलवार को शहर के कई निचले और जलमग्न इलाकों में नावें और ट्रैक्टर-ट्रॉलियां तैनात कीं। भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और प्रशासन को आपातकालीन बचाव कार्य करना पड़ा है।एक वीडियो में शहर भर से आये यात्रियों और ऑफिस जाने वाले लोगों को घुटनों से कमर तक गहरे पानी के बीच से नावों में ले जाते हुए देखा गया। यह दृश्य बीटीएम लेआउट, एचएसआर लेआउट, सिल्क बोर्ड जंक्शन और साई लेआउट जैसे सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में देखा गया। वीडियो में स्थानीय निवासियों को अपने घरों से पानी निकालने के लिए बाल्टी और मग का इस्तेमाल करते हुए देखा गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार सड़कों पर भी स्थिति उतनी ही खराब थी, कई इलाकों में यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था। पीक ऑवर में सिल्क बोर्ड जंक्शन पर रुके हुए पानी ने वाहनों की आवाजाही की रफ्तार थाम दी है। इलेक्ट्रॉनिक सिटी फ्लाईओवर, मादिवाला में अयप्पा अंडरपास और आउटर रिंग रोड के साथ-साथ सलेम रेलवे ब्रिज और केईबी जंक्शन पर भी जलभराव की रिपोर्ट सामने आईं, जहां मेट्रो के काम में रुकावट देखी गयी।होसुर रोड, महादेवपुरा-मराठाहल्ली कॉरिडोर और नागवारा-केआर पुरम स्ट्रेच पर यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से प्रभावित सड़कों से गुजरने से बचने और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने का आग्रह किया है।कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने पुष्टि की कि शहर में 24 घंटों में 105.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी है। उन्होंने घोषणा की कि वह उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के साथ बुधवार को पूरे शहर का निरीक्षण करेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने बताया कि मई में बारिश का आंकड़ा 2022 के बाद से सबसे अधिक है और 1909 में एक माह में 153.9 मिमी बारिश होने का अब तक का सर्वकालिक रिकॉर्ड है।विपक्षी दलों ने शहरी बुनियादी ढांचे के ढहने और सरकार की मानसून से निपटने की तैयारी न करने को लेकर उस पर निशाना साधा और मानसून की शुरुआती बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद लापरवाही का आरोप लगाया। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि राहत कार्य चौबीसों घंटे जारी रहेंगे।इस बीच, बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई। बीटीएम द्वितीय चरण के एनएस पाल्या में 63 वर्षीय मनमोहन कामथ अपने आवास पर पानी का पंप चलाने की कोशिश करते समय बिजली की चपेट में आ गए। एक अन्य घटना में दीवार गिरने से 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई और इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति की मौत की रिपोर्ट सामने आयी है।आईएमडी ने अगले कुछ दिनों में लगातार बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे शहर अलर्ट पर है।समीक्षा, उप्रेतीवार्ता