राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 15 2025 9:53PM तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के लिए मांस अपशिष्ट बना खतरातिरुवनंतपुरम, 15 जून (वार्ता) केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में कसाई की दुकानों की बढ़ती संख्या और नगर निगम द्वारा मांस अपशिष्ट निपटान की उचित व्यवस्था नहीं होने से विमानन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। वर्ष 2025 में अब तक तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पक्षियों के टकराने की 10 से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सूत्रों ने रविवार को कहा कि पक्षियों का टकराना विमानन सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है जिससे विमान को गंभीर क्षति हो सकती है। इस कारण यात्रियों और चालक दल को खतरा हो सकता है और गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इन घटनाओं का एक प्रमुख कारण, अनुचित तरीके से प्रबंधित मांस अपशिष्ट के प्रति चील और कौआ जैसे पक्षियों का आकर्षित होना है। यह देखा गया है कि हवाई अड्डे के निकट कई कसाई की दुकानें चल रही हैं, जो अक्सर खुले में या बिना उचित प्रबंधन के अपशिष्ट निपटान करती हैं। इसके कारण हवाई पट्टी पर पक्षियों के एकत्रित होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है, जिससे उड़ान के सबसे संवेदनशील चरणों, उड़ान भरने और उतरने के दौरान, विमान को खतरा हो सकता है। सूत्रों ने बताया, "वर्ष 2024 में हवाई अड्डे पर पक्षियों के टकराने की लगभग 13 घटनाएं और वर्ष 2023 में 17 घटनाएं दर्ज की गईं। पक्षियों के टकराने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है तथा वर्ष 2025 में अब तक पक्षियों के टकराने की 10 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।" नगर निगम ने अभी तक विमानन नियमों का पालन करने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया है जिसके तहत हवाईअड्डे के 10 किलोमीटर के दायरे में पशु वध या अपशिष्ट निपटान प्रतिबंधित है। गौरतलब है कि इस हवाईअड्डे का प्रबंधन अडानी समूह करता है। अभय, मधुकांत वार्ता