राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 21 2025 12:23AM सीबीआई ने 800 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार के मामले में दर्ज किया जेएनपीए के पूर्व अधिकारी,अन्य पर मामलाचेन्नई, 20 जून (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (टीसीई) के प्रोजेक्ट निदेशक और अन्य लोगों के खिलाफ करीब 800 करोड़ रुपये के ठेके में भ्रष्टाचार को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है।सीबीआई ने इस संबंध में मुंबई और चेन्नई में पांच स्थानों पर छापे मारे हैं। सीबीआई ने जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, उनमें जेएनपीटी के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक सुनील कुमार मदाभावी, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक देवदत्त बोस, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स का मुंबई मुख्यालय, बोस्कालिसस्मिट इंडिया एलएलपी, जान डे नुल ड्रेजिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अन्य आज्ञात सरकारी और निजी अधिकारी शामिल हैं। जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (जेएनपीए) को 800 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था, जो मुम्बई स्थित एक निजी कंपनी और चेन्नई स्थित एक अन्य निजी कंपनी के संघ को दिया गया था।सीबीआई सूत्रों ने शुक्रवार देर रात बताया कि यह मामला इस आरोप पर दर्ज किया गया है कि जेएनपीए अधिकारियों और निजी व्यक्तियों/संस्थाओं के बीच आपराधिक साजिश रची गई, जिससे मुंबई स्थित निजी कंपनी और चेन्नई स्थित एक अन्य निजी कंपनी के संघ को दिए गए ठेकों के कारण जेएनपीए को 800 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।सीबीआई के अनुसार ये ठेके मुंबई के न्हावा शेवा स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट में जहाजों के प्रवेश को सुगम बनाने के लिए नौवहन चैनल की गहराई बढ़ाने के वास्ते एक कैपिटल ड्रेजिंग परियोजना के तहत दिए गए थे। उक्त परियोजना में जेएनपीए के लिए एक निजी परामर्श कंपनी ने परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में काम किया। आरोप है कि परियोजना के चरण-I में ड्रेज्ड चैनलों के रखरखाव के दौरान जेएनपीए ने चैनलों की ओवर ड्रेजिंग के लिए ठेकेदारों को कुल मिलाकर 365.90 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया। परियोजना के चरण-II में (जो चरण-I की रखरखाव अवधि के साथ ओवरलैप हो गया) जेएनपीटी ने ठेकेदार को 438 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया, जिससे पता चलता है कि चरण-I या उसके रखरखाव अवधि में कोई ओवर ड्रेजिंग नहीं की गयी थी। मुंबई और चेन्नई में पांच स्थानों पर जेएनपीए और परामर्श कंपनी के अधिकारियों के आवासीय परिसरों और आरोपी निजी कंपनियों के कार्यालयों की तलाशी ली गयी। बरामद दस्तावेजों की जांच की जा रही है। मामले की जांच जारी है।संतोष वार्ता