राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 22 2024 6:56PM एक युवक की गलती की सजा पूरे समुदाय को देना न्यायोचित नहीं: अहमदनाहन, 22 जून (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के नाहन में व्यापार करने वाले एक विशेष समुदाय के युवक द्वारा ईद के दिन कथित पशु कुर्बानी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले को लेकर शनिवार दोपहर अंजुमन इस्लामिया कमेटी नाहन के अध्यक्ष बोबी अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि युवक की इस कृत्य की जितनी निंदा की जाए कम हैं। श्री अहमद ने बताया कि शहर में दुकान चलाने वाले आरोपी युवक ने अपने पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के शामली से व्हाट्सएप स्टेटस पर तस्वीरें शेयर की थीं, जो यहां वायरल हो गईं और इसके बाद शहर में बवाल हो गया। उनके इस कृत्य से हिंदू समुदाय को ठेस पहुंची है। अहमद ने कहा कि युवक द्वारा हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल शांत शहर में आपसी सौहार्द को ठेस पहुंचाने का प्रयास निंदनीय है। इससे मुस्लिम समुदाय का भी नाम बदनाम हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटना के बाद तनाव बढ़ा, जिसके चलते बाहरी राज्य से शहर में कारोबार कर रहे 16 लोग अपना काम छोड़कर चले गए हैं। अपनी बात को रखते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि एक युवक की गलती की सजा पूरे समुदाय को देना भी सही नहीं है। उन्होंने कहा, हिमाचल के बहुत से लोग बाहरी राज्यों में काम कर रहे हैं, क्योंकि सभी को किसी भी जगह काम धंधा करने का अधिकार है। बाहर से शहर में आने वाले व्यक्तियों की जांच की जानी चाहिए और यदि कोई गलती साबित हो, तो उन्हें यहां रहने की इजाजत न दी जाए। उन्होंने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि बाहरी व्यक्तियों को जांच पड़ताल के बाद ही शहर में रहने की अनुमति दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो। श्री अहमद ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया चल रही है, लेकिन यदि कोई सामाजिक तत्व बाहरी राज्य से आकर यहां राजनीति करने व शहर की शांति भंग करने की कोशिश करेगा, तो उसे भी सहन नहीं किया जाएगा।सं.संजय वार्ता