राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Mar 11 2025 8:15PM पी.ए.यू. ने प्रमाणित, अनुशंसित नरमा के 87 हाइब्रिड बीजों की किस्में जारी की: खुड्डियांचंडीगढ़, 11 मार्च (वार्ता) पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने राज्यभर के किसानों के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पी.ए.यू.) द्वारा प्रमाणित कपास के बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए 'सफेद सोना' कही जाने वाली नरमा की फसल के अधीन क्षेत्र को बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने मंगलवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) अनुराग वर्मा और पी.ए.यू. के उप-कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल के साथ अपने कार्यालय में आगामी खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई हेतु विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की। बैठक के दौरान, कृषि मंत्री ने बताया कि पी.ए.यू. ने आगामी खरीफ सीजन में प्रदेश में खेती के लिए नरमा के 87 हाइब्रिड बीजों की सिफारिश की है। उन्होंने किसानों से अधिक उपज प्राप्त करने के लिए केवल प्रमाणित बीजों का उपयोग करने की अपील की।श्री खुड्डियां ने बताया कि गुलाबी सुंडी के हमले से निपटने के लिए, विभाग ने सात दक्षिण-पश्चिम जिलों-बठिंडा, फाजिल्का, श्री मुक्तसर साहिब, मानसा, संगरूर, बरनाला , और फरीदकोट में कुल 264 नोडल अधिकारियों की तैनाती की है। इन अधिकारियों को पिछले सीजन से कपास के खेतों में बची हुई फसल के अवशेषों को नष्ट करने का कार्य सौंपा गया है, क्योंकि ये अवशेष गुलाबी सुंडी के प्रजनन का आधार बनते हैं। मंत्री ने बताया कि अब तक कुल नरमा कपास के फसल अवशेषों का लगभग 32 प्रतिशत निपटारा/सफाई की जा चुकी है।इसके अतिरिक्त, सफेद मक्खी के प्रबंधन के लिए कपास क्षेत्र में खरपतवारों के नाश के लिये अभियान भी शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत जिला प्रशासन, अन्य विभागों एवं मनरेगा कर्मियों के सहयोग से सड़कों, नहरों के किनारों और खाली पड़ी जगहों पर उगे खरपतवारों को नष्ट किया जा रहा है। पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों के सहयोग से जिनिंग फैक्ट्रियों में गुलाबी सुंडी की रोकथाम हेतु गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं और कपास के स्टॉक को फ्यूमीगेशन किया जाएगा। ठाकुर.श्रवण वार्ता