राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Mar 13 2025 7:57PM हरियाणा: कांग्रेस नहीं चाहती गरीबों को सुविधाएं मिले: सैनीचंडीगढ़, 13 मार्च (वार्ता) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि गरीबों को सुविधाएं मिले, जबकि राज्य सरकार ने हर पात्र व्यक्ति को लाभ देने का काम किया है। श्री सैनी ने कहा कि कांग्रेस के नेता दुष्प्रचार करते थे कि जब हम सरकार में आएंगे तो पोर्टल बंद कर देंगे, जबकि आज पोर्टल के कारण ही सभी नागरिकों को लाभ मिल रहा है और जनता का सरकार के प्रति भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र में परिवार के मुखिया द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अपात्र लोगों की पेंशन कटी। लेकिन विपक्ष के नेताओं ने यह बोला कि लोगों की पेंशन क्यों काटी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ देना है। अब हमने हर पात्र व्यक्ति को यह लाभ दिया, तो भी विपक्ष को तकलीफ हो रही है।उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) कार्ड ज्यादा बनने की बात कर रहे हैं और जांच की बात कह रहे हैं, तो प्रदेश में यदि कोई गलत तरीके से बीपीएल कार्ड बना भी है तो उसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में सिफारिशों का कारोबार चलता था तथा कई-कई साल सर्वे होते रहते थे, अमीरों के बी.पी.एल. कार्ड बनते थे, किन्तु जो गरीब था, उसे यह लाभ मिल ही नहीं पाता था। राज्य सरकार ने जनसेवा का दायित्व संभाला, तब अंत्योदय की भावना से सही मायने में काम हुआ।श्री सैनी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन करते हुए पिछले 10 वर्षों में गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों की संख्या का अनुमान लगाने की व्यवस्था बदली है। केन्द्र सरकार का नियम था कि किसी भी राज्य में उसकी जनसंख्या से 21 प्रतिशत से अधिक लोग गरीब रेखा से अधिक नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि मापदंड यह था कि परिवार की वार्षिक आय एक लाख 20 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। बीपीएल में जनसंख्या की सीमा से तथा एक लाख 20 हजार रुपये की आय सीमा से गरीब व्यक्ति को मुक्ति मिली। श्री सैनी ने कहा कि सरकार ने एक लाख 80 हजार रुपये की वार्षिक आय तक के सभी परिवारों को बीपीएल श्रेणी में पहली बार शामिल किया। इससे एक लाख 20 हजार रुपये से एक लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले तकरीबन 32 लाख परिवार बीपीएल. सूची में शामिल हो गये। इन गरीब परिवारों को पहली बार सरकारी लाभ लेने का मौका मिला। विजय.श्रवणवार्ता