राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Mar 14 2025 8:43PM कांग्रेस के पूर्व विधायक ठाकुर फायरिंग में घायल,उनके पीएसओ की हालत गंभीरबिलासपुर 14 मार्च (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर को शुक्रवार दोपहर उनके आवास के पास अज्ञात हमलावरों ने नजदीक से गोली मार कर घायल कर दिया।बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवल ने बताया कि अज्ञात हमलावरों ने करीब 12 राउंड फायरिंग की, जिसमें श्री ठाकुर और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) संजीव कुमार घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई, जब श्री ठाकुर अपने समर्थकों के साथ होली मना रहे थे।श्री ठाकुर की जांघ में गोली लगी, जबकि उनके पीएसओ गंभीर रूप से घायल हो गए, उनके पैर, पीठ और जांघ में गोली लगी। शुरुआत में बिलासपुर में इलाज के बाद ठाकुर को बाद में बेहतर देखभाल के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया, जबकि संजीव कुमार को गंभीर हालत में एम्स बिलासपुर में भर्ती कराया गया।हमलावरों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बिलासपुर सदर से पुलिस की एक टीम तैनात की गई है।रिपोर्ट के अनुसार, कुछ अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें श्री ठाकुर का समर्थक विशाल शर्मा भी शामिल है, जो उसे बचाने की कोशिश में छर्रे लगने से घायल हो गया। श्री ठाकुर के बेटे ईशान सिंह ने फेसबुक पोस्ट के जरिए गोलीबारी की पुष्टि की और बताया कि उनके पिता का इलाज चल रहा है। एम्स बिलासपुर पुलिस चौकी प्रभारी राजिंदर सिंह ने पुष्टि की कि श्री ठाकुर को आईजीएमसी शिमला ले जाया गया, जबकि उनके पीएसओ को एम्स बिलासपुर में भर्ती कराया गया। हमलावरों और उनके मकसद की पहचान के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वैसे यह पहली बार नहीं है कि श्री ठाकुर को निशाना बनाया गया है। गत 23 फरवरी, 2024 को रेलवे लाइन निर्माण कंपनी के कार्यालय के बाहर उन पर हमला किया गया था, जिससे उनका दांत टूट गया था। इस मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। बाद में 20 जून, 2024 को उस मामले के मुख्य आरोपी को बिलासपुर कोर्ट परिसर के बाहर गोली मार दी गई, जिसमें श्री ठाकुर के बेटे समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। कांग्रेस नेता बंबर ठाकुर 2012 में चुने जाने के बाद बिलासपुर से विधायक रहे। बाद में वह 2017 में सुभाष ठाकुर और 2022 में त्रिलोक जामवाल से सीट हार गए। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी सहयोगी माना जाता था।पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।संजयवार्ता