Sunday, May 18 2025 | Time 10:04 Hrs(IST)
राज्य » राजस्थान


लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने में लोकसेवकों की अहम भूमिका-भजनलाल

जयपुर, 21 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाए रखने में लोक सेवकों की अहम भूमिका बताते हुए कहा है कि विकसित भारत एवं विकसित राजस्थान के निर्माण के लिए अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को विकास की योजनाओं से लाभान्वित करना बेहद जरूरी है एवं इस कार्य के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी लोक सेवकों की है।
श्री शर्मा सोमवार को झालाना डूंगरी स्थित हरिशचन्द्र माथुर राज्य लोक प्रशासन संस्थान में लोक सेवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोक सेवक को सुशासन के लिए कर्तव्यनिष्ठा, दृढ़ इच्छाशक्ति एवं पूर्ण संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद व्यक्ति अभाव में जब लोक सेवक के पास आता है, तो पूर्ण जिम्मेदारी से उसकी हरसंभव मदद करनी चाहिए। उन्होंने आमजन को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए लोक सेवकों को निरंतर जनसुनवाई करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हमें टीम भावना के रूप में सार्वजनिक हित और लोक-कल्याण के साझा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने वर्ष 1947 में आज ही के दिन भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था। उन्होंने अपने ऐतिहासिक भाषण में लोक सेवकों को ‘स्टील फ्रेम’ अर्थात् देश की शासन व्यवस्था की रीढ़ कहा था। उन्होंने कहा कि लोक सेवा का अर्थ निस्वार्थ भाव से जनता की भलाई के लिए कार्य करना है। बिना किसी स्वार्थ के, निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करना ही सच्ची लोक सेवा होती है। इसलिए लोक सेवा दिवस मनाने का उद्देश्य लोक सेवकों के योगदान को पहचान कर उन्हें सम्मानित करना है।
श्री शर्मा ने कहा कि लोक प्रशासन में तकनीक और डिजिटल सेवाओं का अधिकतम उपयोग कर भ्रष्टाचार मुक्त और जवाबदेह प्रशासन की दिशा में काम करें। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति संवेदनशील रहकर कार्य करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। चाहे हम किसी भी पद पर कार्यरत हों, हमारा लक्ष्य सिर्फ जनसेवा होना चाहिए तथा यह सेवा भाव हमें महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सम्पूर्ण जीवन लोक सेवार्थ राष्ट्र को समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोकहित, त्वरित एवं भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की संकल्पना के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इसके लिए सेवाओं की सरल, सुगम एवं त्वरित प्रदायगी के लिए नवाचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक जिला-एक उत्पाद नीति, नई पर्यटन इकाई नीति, एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति, नवीन खनिज नीति जैसी महत्वपूर्ण नीतियां जारी की गई हैं। साथ ही, ग्राम स्तर तक ई-फाइल प्रणाली को लागू कर दिया गया है तथा सभी विभागों में ऑन-लाइन पेपर लेस कार्य हो रहा है।
श्री शर्मा ने कहा कि आमजन के कार्यों के निस्तारण में तेजी आई है। जन अभियोगों का निराकरण सुशासन का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि राजस्थान संपर्क पोर्टल के माध्यम से डेढ़ करोड़ से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। गत एक साल में दर्ज लगभग 33 लाख मामलों में से 99 प्रतिशत से अधिक निस्तारित हो चुके हैं तथा दिसंबर माह में मनाये गये सुशासन सप्ताह में भी राजस्थान का स्थान देश के शीर्ष तीन राज्यों में रहा है।
जोरा
वार्ता