राज्यPosted at: Feb 9 2025 11:39PM अंबाजी में शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव का शुभारंभअंबाजी, 09 फरवरी (वार्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में रविवार को अंबाजी में शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव-2025 का शुभारंभ हुआ। श्री पटेल ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी मां अंबा के दर्शन किए और पालकी तथा घंटी यात्रा को प्रस्थान कराया। उनके करकमलों से लोकार्पण सहित दिव्यांग लाभार्थियों को उपकरण सहायता के वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। राज्य सरकार, गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड तथा श्री आरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में पवित्र यात्राधाम और आदि शक्तिपीठ अंबाजी में आज से तीन दिवसीय परिक्रमा महोत्सव शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी मां अंबा के दर्शन किए: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी आदि शक्ति मां अंबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने भट्ट जी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किए। श्री पटेल ने नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय का लोकार्पण किया: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने अंबाजी में 12 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने भवन का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर छात्रों ने शास्त्रोक्त मंत्रोच्चार किया। इस नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय का भवन अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट के स्वयं के कोष से किया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस महाविद्यालय के साथ छात्रावास भी बनाया गया है। इस नवीन भवन में 150 छात्रों के लिए शिक्षा और आवास की सुविधा है। नए भवन में पार्किंग, मल्टीपर्पज हॉल, 10 क्लासरूम, छात्रावास के लिए 49 कमरे, लाइब्रेरी, प्रार्थना हॉल, भोजन कक्ष, कंप्यूटर हॉल और यज्ञ शाला सहित अद्यतन सुविधाएं उपलब्ध हैं। उल्लेखनीय है कि श्री आरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट की ओर से वर्ष 1962 से श्री संस्कृत महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इस महाविद्यालय में छात्रों को कर्मकांड, ज्योतिष, वेद, पुराण, धर्मशास्त्र और उपनिषदों आदि का ज्ञान दिया जाता है। संस्कृत महाविद्यालय के ग्रंथालय में संस्कृत साहित्य की 5107 पुस्तकें उपलब्ध हैं। 51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव में मुख्यमंत्री की विशेष उपस्थिति: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने आज तीन दिवसीय 51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने पालकी तथा घंटी यात्रा को प्रस्थान कराया। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री शक्तिपीठ परिसर के मंदिर में पूजा-अर्चना कर परिक्रमा महोत्सव में सहभागी हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एक ओर प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में महाकुंभ चल रहा है, तो दूसरी ओर जगत जननी मां अंबा के परिक्रमा महोत्सव में लाखो भक्त माता की भक्ति में लीन होने जा रहे हैं। जगदंबा के परम उपासक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से यह विराट धर्मोत्सव दुनिया में आकर्षण का केंद्र बन गया है। अंबाजी धाम में 51 शक्तिपीठ की विशिष्ट महिमा है। साथ ही, भक्तों को देश के अन्य स्थानों में स्थित सारे शक्तिपीठों के दर्शन-पूजन का लाभ एक ही स्थान पर यानी मां अंबाजी धाम में उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना भी साकार हुई है। उनकी संकल्पना के अनुसार यदि कोई व्यक्ति अपने जीवनकाल में सभी 51 शक्तिपीठों के दर्शन का लाभ नहीं उठा पाया है, तो वह अंबाजी में बने 51 शक्तिपीठों की प्रतिकृतियों के दर्शन कर अपनी कामना और श्रद्धा पूर्ण कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबाजी तक पहुंचने के लिए कनेक्टिविटी का भी विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा मंजूर अंबाजी-तारंगा हिल रेल प्रोजेक्ट का कार्य तेजी से जारी है। सरकार ने अंबाजी क्षेत्र के विकास के लिए अंबाजी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का गठन किया है। तीर्थयात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा पर्यटन क्षेत्र में अंबाजी का विकास सुनिश्चित करने के लिए 1200 करोड़ रुपए के खर्च से दो चरणों में अंबाजी कॉरिडोर का भी विकास किया जाएगा। सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए अंबाजी में प्राचीन भाषा संस्कृत की शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। 1962 से चल रहे संस्कृत महाविद्यालय में अनेक सुविधाएं विकसित की गई हैं।अनिल.संजयजारी.वार्ता