राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 27 2025 2:13PM विंध्याचल धाम में पुलिस और पंडा आमने सामनेमिर्जापुर,27 जनवरी (वार्ता) मीरजापुर में प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में उस समय अफरातफरी का माहौल हो गया जब पुलिस प्रशासन और स्थानीय पंडा आमने-सामने हो गए। मामला वीआईपी दर्शन को लेकर हुआ। पंडों का आरोप था कि पुलिस वीआईपी दर्शन के नाम पर अपने लोगों को उपकृत कर रही है जबकि उन्हें अपने यजमानों को इस लाईन से ले जाने पर रोका जा रहा है। प्रयागराज कुंभ मेला स्नान के दौरान इन दिनों विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी के धाम बिंध्याचल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो रही है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां के दरबार में मत्था टेक रहे हैं। भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, जिसमें वीआईपी के लिए अलग लाईन की व्यवस्था है। विंध्याचल में अपनी दबंगई के लिए प्रसिद्ध पुरोहित पंडा अपने यजमान को लेकर पुलिस से भीड़ गये। पुलिस उन्हें यजमान ले जाने से रोक रही थी। फिर क्या था पंडों ने बबाल मचा दिया। प्रशासन को फौरी तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल लगाना पड़ा। किसी तरह अपर जिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल ने पंडों को समझा बुझाकर शांत किया। असल में प्रशासन और पंडों के बीच टकराहट नई बात नही है। शायद ही कोई नवरात्र हो जिसमें पंडा और प्रशासन के बीच विवाद न हो। हालांकि हर बार प्रशासन को ही पैर खिंचना पड़ता है। लिहाजा पंडों का मन बढ़ना स्वाभाविक है।इस बार तो सब पंडितों का अपमान बताया। पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज दुबे ने बताया कि पुलिस खुद वीआईपी के नाम पर अपने लोगों को उपकृत कर रही है।जो वीआईपी नही उन्हें वीआईपी बना रही है। मध्यस्थ की भूमिका में आए अपर जिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल ने बताया कि मामला सुलझ गया है। पंडा समाज के पदाधिकारियों के साथ बात हुई है। फिलहाल पंडा समाज सहयोग करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि जो वीआईपी श्रेणी में आते हैं, उन्हें वीआईपी लाईन से दर्शन कराया जाएगा। दूसरी ओर श्रद्धालुओं ने पंडों द्वारा यात्रियों से पैसे के लिए अपमानित करने तथा लड़ाई झगड़ा करने का आरोप लगाया है। पूर्व सभासद लवकुश प्रजापति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पंडों पर गुडई करने करने का आरोप लगाया है।सं प्रदीपवार्ता