राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 6 2025 10:40PM मुकुल अग्रवाल ने संभाला मथुरा रिफाइनरी के प्रमुख का कार्यभारमथुरा, 6 फरवरी (वार्ता) करीब 31 वर्ष पहले मथुरा रिफाइनरी में ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में काम कर चुके मुकुल अग्रवाल ने गुरुवार को मथुरा रिफाइनरी के नए कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख का कार्यभार ग्रहण कर लिया है । श्री अग्रवाल ने अब तक रिफाइनरी प्रमुख के रूप में मथुरा रिफाइनरी का कार्यभार देख रहे अजय कुमार तिवारी का स्थान लिया है, जिन्हें कार्यकारी निदेशक (अन्वेषण एवं योजना), बिजनेस डेव्लपमेंट, कॉर्पोरेट कार्यालय, दिल्ली के पद पर स्थानांतरित किया गया है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नैनीताल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त मुकुल ने तेल एवं गैस उद्योग में तीन दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, संचालन, रिफाइनिंग, तकनीकी उन्नयन, प्रक्रिया नवाचार और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मथुरा रिफाइनरी की सीनियर मैनेजर कारपोरेट कम्युनिकेशन रेनू पाठक ने बताया “ श्री अग्रवाल रिफाइनरियों में संचालित कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट के विशेषज्ञ भी हैं। उनको मथुरा, गुजरात और पानीपत रिफाइनरियों में काम करने का अनुभव है। मथुरा रिफाइनरी में 2009 तक के कार्यकाल के दौरान उनके योगदानों में रिफाइनरी की क्षमता 6 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 8 एमएमटीपीए करना और पावर प्लांट, डीएचडीएस, डीएचडीटी, गैस टर्बाइन और एवीयू के पुनरुद्धार सहित विभिन्न इकाइयों की कमीशनिंग प्रमुख है।” उन्होंने बताया कि गुजरात रिफाइनरी में 2009 से 2020 तक अपने कार्यकाल के दौरान, श्री अग्रवाल ने रेजिड अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया । मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, वे पानीपत रिफाइनरी में मुख्य महाप्रबंधक (पी.एंड.यू और इंस्ट्रूमेंटेशन) की जिम्मेदारियाँ संभाल रहे थे । कोविड के चरम समय के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति, 2जी-3जी इथेनॉल परियोजना और पी25 क्षमता विस्तार परियोजना के लिए अपनी विशेषज्ञता दी। इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में उन्होेंने गुजरात और पानीपत दोनों रिफाइनरियों में 220 केवी ग्रिड पावर परियोजनाओं का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है।सं प्रदीपवार्ता