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शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को आक्रामकता बंद करनी होगी: उमर

शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को आक्रामकता बंद करनी होगी: उमर

जम्मू, 09 मई (वार्ता) जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को आक्रामकता बंद करनी होगी।

जम्मू में बढ़ते तनाव, ड्रोन हमलों और जम्मू के सीमावर्ती जिलों में भारी गोलाबारी के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू पहुंचे अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अगर हमारे निर्दोष लोगों को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो राष्ट्र को किसी भी तरह से अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है।”

श्री अब्दुल्ला ने कहा, “शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को आक्रामकता बंद करनी होगी। अगर वे आक्रामक रुख अपनाते रहे, तो उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा।” उन्होंने कहा, “हमारी सेनाएं उचित जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं।”

हवाई अड्डे बंद होने के कारण मुख्यमंत्री सुबह-सुबह सड़क मार्ग से जम्मू पहुंचे और जम्मू और सांबा जिलों में कई शिविरों और आवास केंद्रों का दौरा किया, जिनमें मिश्रीवाला, नागबनी, बिश्नाह और ठंडी खुई में स्थापित शिविर शामिल हैं, ताकि इन आश्रयों में लोगों के लिए किए गए राहत प्रबंधों का आकलन किया जा सके।

उनके साथ उनके सलाहकार नासिर असलम वानी और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री सतीश शर्मा तथा अन्य संबंधित अधिकारी भी थे। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने विस्थापित परिवारों से बातचीत की तथा भोजन, आश्रय, चिकित्सा सहायता और अन्य आवश्यक वस्तुओं के प्रावधान की समीक्षा की।

उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे कि इस कठिन समय में लोगों को सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएं,” उन्होंने प्रशासन को सतर्क रहने और उभरती जरूरतों के प्रति उत्तरदायी रहने का निर्देश दिया।

शत्रुता के कारण नागरिकों के विस्थापन को देखते हुए सरकार ने सीमावर्ती जिलों में कई स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए हैं।

मुख्यमंत्री ने समग्र स्थिति और चल रहे राहत उपायों का आकलन करने के लिए वरिष्ठ जिला अधिकारियों के साथ भी चर्चा की, तथा सभी प्रभावित नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।

मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों, विशेषकर पुंछ जिले में लगातार गोलाबारी के कारण नागरिकों की जान जाने पर दुख व्यक्त किया, जहां सबसे अधिक लोग हताहत हुए और घायल हुए। उन्होंने बताया कि घायलों का सरकारी मेडिकल कॉलेज जम्मू में इलाज चल रहा है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को उन्नत चिकित्सा देखभाल के लिए चंडीगढ़ रेफर किया गया है।

श्री अब्दुल्ला ने जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में कई स्थानों पर कल रात पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से किए गए हमलों को विफल करने में उनकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए बलों की सराहना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अपने लोगों और क्षेत्र की पूरी ताकत से रक्षा करने का अधिकार रखता है।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे सुरक्षा तंत्र ने सराहनीय गति और सटीकता के साथ जवाब दिया, जिससे सभी लक्षित क्षेत्रों की रक्षा सुनिश्चित हुई।”

सैनी

वार्ता