राज्य » राजस्थानPosted at: Mar 13 2025 8:29PM बांस और गाय के गोबर से बने हुए प्राकृतिक क्लब हाउस जैसी जगह बन सकती हैं पर्यटन का मुख्य हिस्सा-दियाकुमारी

जयपुर, 13 मार्च (वार्ता ) राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बांस और गाय के गोबर से बने हुए प्राकृतिक क्लब हाउस को
पर्यावरण स्थिरता की दिशा में सकारात्मक कदम बताते हुए कहा है कि ऐसे नवाचार जहां हमें अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक करते हैं वहीं ये स्थान पर्यटन का मुख्य हिस्सा बन सकते हैं।
सुश्री दिया कुमारी जयपुर जिले के बस्सी क्षेत्र में हिंगोनिया गौशाला में गोवंशों के लिए पौधारोपण एवं इको फ्रेंडली क्लब हाउस का शुभारंभ किया और इस दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रकृति से सराबोर ये प्राकृतिक क्लब हाऊस ग्रामीण और एग्रो टूरिज्म का मुख्य हिस्सा बन सकते हैं, जिसके लिए पर्यटन विभाग हरसंभव प्रयत्न करेगा।
उपमुख्यमंत्री ने चार टन की क्षमता वाली चारा मिश्रण मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा प्राकृतिक आवासीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बांस से बने प्राकृतिक आवासों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि यह ना केवल पर्यावरण की रक्षा करेगा बल्कि इससे पर्यटकों को गौशाला में प्राकृतिक तरीके से रहने का अनुभव भी मिलेगा, जिससे वे प्राकृतिक जीवनशैली और सतत विकास के महत्व को समझ सकेंगे। पर्यावरण स्थिरता की दिशा में यह एक सकारात्मक कदम है जो न केवल गोवंश के संरक्षण में मदद करेगा बल्कि पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में भी योगदान देगा। उन्होंने कहा कि ऐसे नवाचार हमें अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक करने में मदद करते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के साथ ही गौ संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संकल्पित होकर काम कर रही है। हाल में पेश किए गए राज्य बजट में गौमाता और पशुपालकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। प्रदेशभर में संचालित गौशालाओं को समय पर अनुदान दिया जा रहा हैं। ये सामाजिक सरोकार के कार्य हैं, जिसमें जनसहयोग भी बहुत जरुरी हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाये जा रहे ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में भी देशवासियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।
उन्होंने गौशाला में गौ माता की पूजा अर्चना एवं हरा चारा खिलाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मंदिर में दर्शन कर भगवान भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक भी किया।
जोरा
वार्ता