देहरादून, 10 जून (वार्ता) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 11 वर्ष केे कार्यकाल में जन सहभागिता शासन की आत्मा बन गयी है। अब सरकार का अर्थ बदल गया है। सरकार ‘रिफॉर्म, परफॉर्म तथा ट्रांसफॉर्म’ की भावना से संचालित हो रही है।
श्री धामी ने श्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 11 वर्ष पूर्ण होने पर यहां भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि इन 11 साल में विकास और विरासत के इस सफ़र ने देश की तस्वीर और देशवासियों की हालात बदलने का ऐतिहासिक काम किया है।
इस अवसर पर, उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट के साथ, केंद्र की 11 वर्ष की उपलब्धि पर आधारित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
श्री धामी ने कहा कि देश के इतिहास में पीएम मोदी का कार्यकाल स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा। भारत ने वैश्विक मंच पर आज सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत निर्माण में योगदान के लिए हम भी उत्तराखंड को विकसित बना रहे है, जिसमें प्रत्येक ग्राम, तहसील, शहर का उत्थान शामिल है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कार्यकाल 'विकसित भारत' और 'आत्मनिर्भर भारत' के "संकल्प की सिद्धि" का स्वर्णिम काल बन रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ कार्य किये जा रहे हैं। बीते 11 वर्षों की यह यात्रा मोदी जी ने अकेले नहीं, बल्कि खुद को तपा कर 140 करोड़ देशवासियों के परिश्रम, त्याग और सपनों को परवाज देते हुए की है। उन्होंने कहा, 2014 से अब तक का कालखंड भारत के भविष्य के लिए एक मजबूत नीवं रखने का है।
उन्होंने कहा कि आज श्री मोदी के नेतृत्व में नए भारत की सोच में जहाँ तकनीक है, वहाँ तरक्की है, वहीं गरीबों का कल्याण है और यह सब वहां है, जहां जहाँ भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में शासन ही सेवा है और सुशासन ही संस्कृति है। 11 वर्षों में भारत को विकसित बनाने के अमृत काल की शुरुआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले यह धारणा थी कि काम कैसे होगा, ये नहीं हो पायेगा, ये हो ही नहीं सकता। जबकि आज की सोच है, ये होगा और जरुर होगा। क्योंकि मोदी है, तो मुमकिन है। मोदी सरकार देश की राजनीति में पालिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की संस्कृति लेकर आई है। उन्होंने कहा कि अब सरकार का मतलब रिस्पोंसिव गवर्नमेंट, रिस्पॉन्सिबल गवर्नमेंट, अकाउंटेबल गवर्नमेंट है। ये रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म गवर्नमेंट वाला पब्लिक पार्टिसिपेशन का शासन है।
श्री धामी ने सरकारों की तुलनात्मक चर्चा करते हुए कहा, 2014 से पहले के भारत में भ्रष्टाचार, घोटालों और तुष्टिकरण की ही बात सामने आती थी, लेकिन अब मोदी सरकार में विकास, अविष्कार और नवाचार की बातें हो रही हैं। पहले सरकारी योजनाओं के पैसे लोगों तक नहीं पहुँचते थे, बिचौलिये खा जाते थे लेकिन डायरेक्ट बेनिफिट के माध्यम से अब सीधे जनता के अकाउंट में पैसे पहुँच रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के राज में इंदिरा से लेकर मनमोहन तक सिर्फ गरीबी हटाओ के नारे दिए जाते थे, लेकिन अब आंकड़े बताते हैं कि मोदी सरकार में 27 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत का गरीब सिर्फ आंकड़ों में नहीं है, बल्कि नीति निर्माण का केन्द्र बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम देख सकते हैं कि केन्द्र सरकार की योजनाओं में गरीब केन्द्र बिन्दु है जैसे पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला योजना, पीएम आवास, जल जीवन मिशन, पीएम जनधन योजना, आयुष्मान भारत, पीएम किसान सम्मान निधि आदि अनेक योजनाओं के माध्यम से गरीबों का कल्याण हो रहा है। ये 11 साल हमारी महान संस्कृति के पुनरुद्धार और धार्मिक जागरण के रहे हैं। जिसमें देश की विरासत की पुरानी गरिमा वापस दिलाने का भागीरथ प्रयास हुआ है।
उत्तराखंड का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। केदारनाथ और हेमकुंट साहिब रोपवे निर्माण के बाद श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी।
इस मौके पर श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हर वर्ग के लिए विकसित भारत की दिशा में तेज कदमों से सरकार काम कर रही है। इन 11 वर्षों में वैश्विक स्तर पर पहचान के साथ सुशासन, सुरक्षा और आर्थिक मोर्चे पर ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत के मूल मंत्र पर आज विकसित और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है। तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टीकरण की नीति पर आगे बढ़ते हुए हमारी जनता का विश्वास हासिल करने में सफल रही है। दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सैन्य शक्ति और जवानों का शौर्य देखा है।
सुमिताभ.संजय
वार्ता