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राजस्थान में 44 हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाएं प्रगति पर-वैष्णव

राजस्थान में 44 हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाएं प्रगति पर-वैष्णव

जोधपुर, 05 मई (वार्ता) रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि राजस्थान में रेल सेवाओं के विस्तार और रेलयात्रियों को बेहतर यात्री सुविधा मुहैय्या कराने के उद्देश्य से 44 हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाएं प्रगति पर हैं।

श्री वैष्णव ने सोमवार को जोधपुर के दौरे के दौरान रेलवे स्टेशन पर मीडिया से बातचीत में यह जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप गरीबों और मध्यम वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित एवं सस्ती रेल सेवा उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है और उसके लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज राजस्थान में विभिन्न रेल परियोजनाओं के विकास और उनके क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपए का बड़ा रेल बजट स्वीकृत किया है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने गत 10 वर्षों में 3 हजार 784 किलोमीटर रेल लाइनें बिछाने के साथ ही विद्युतीकरण का कार्य पूरा कराया है। उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास कर उनका नवीनीकरण कराया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में तेजी से रेलवे का ढांचागत विकास किया जा रहा है जिसमें 1510 फ्लाई ओवर एवं अंडरपास का निर्माण, पुष्कर- मेड़ता रोड नई रेल लाइन, अंबाजी से आबूरोड की कनेक्टिविटी तरंगा हिल तक, लूनी- समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग का दोहरीकरण, रींगस- खाटूश्याम जी के बीच 17 किलोमीटर नई रेल लाइन, जयपुर से सवाई माधोपुर 131 किलोमीटर दोहरीकरण, अजमेर से चित्तौड़ तक 171 किलोमीटर मार्ग का दोहरीकरण, मावली-देवगढ़ मदारिया स्टेशनों के बीच गेज परिवर्तन, रास से मेड़ता तक नई रेल लाइन का निर्माण, रामगंज मंडी-भोपाल, नीमच से बड़ी सादड़ी स्टेशनों के बीच नई रेल लाइन का निर्माण सहित अनेक परियोजनाएं शामिल है।

श्री वैष्णव ने बताया कि रतलाम-बांसवाड़ा-डूंगरपुर के लिए नई रेल लाइन का केंद्र सरकार से अनुमोदन लिया जाएगा तथा इसके लिए राज्य सरकार से भी कुछ मुद्दों पर बातचीत जारी है। उन्होंने बताया कि रेलवे स्वच्छता को बढ़ावा देते हुए निरंतर नवाचार करता रहा है। इसके तहत क्लीन ट्रेन स्टेशन का बड़ा विजन रेलवे ने अपनाया है। चुनिंदा क्लीन ट्रेन स्टेशन में ट्रेनों की मेजर क्लीनिंग की जा रही है और देश में अभी ऐसे 350 रेलवे स्टेशन है तथा यह संख्या बढ़ाकर अब 750 की जा रही है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर जिस तरह से एयरक्राफ्ट की क्लीनिंग होती है वैसे ही इन स्टेशनों पर ट्रेनों की सफाई की जाएगी जो अपने आप में एक अद्भुत और नवाचार है।

रेल मंत्री ने बताया कि कोरोना काल के बाद रेल सेवाओं को फिर से सुविधा युक्त बनाने के लिए विभिन्न ट्रेनों में 12 हजार जनरल कोच जोड़े गए हैं जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों की सुविधा में बहुत वृद्धि हुई है। इसके अलावा ग्रीष्मावकाश को देखते हुए यात्रियों के आवागमन की सुविधा के लिए देश भर में स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।

जोरा

वार्ता