भारतPosted at: Mar 23 2022 5:14PM छोटे उद्योगों को नयी रणनीति, प्रणाली अपनाने की जरूरतनयी दिल्ली, 23 मार्च (वार्ता) केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय में संयुक्त सचिव आतिश कुमार सिंह ने कहा है कि कोरोना महामारी ने छोटे उद्योगों विशेष महिला उद्यमियों के समक्ष नयी चुनौतियां खड़ी की हैं जिनसे निपटने के लिए समग्र दृष्टिकोण और नयी रणनीतियां अपनाने की जरूरत है। श्री सिंह ने बुधवार को यहां भारतीय महिला उद्यमी महासंघ (एफआईडब्ल्यूई)के छठें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के पश्चात के उद्योगों की चुनाैतियों पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। काेरोना महामारी उद्याेग परिवेश में भारी बदलाव किया है। नये उद्यमियों के लिए नये अवसर तो सामने आये हैं, साथ ही नयी चुनौतियां भी उभरी हैं। पूरी परिस्थितियों को समग्रता में समझकर आगे बढ़ना होगा। इसके लिए भविष्य के उद्योगों को नीति निर्माण, नियोजन और क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देना होगा।उन्होंने कहा कि महामारी ने छोटे उद्योगों के लिए नयी चुनौतियां खड़ी की हैं। इनसे निपटने के लिए उद्यमियों को नये तरीके, नयी प्रणाली और नयी रणनीति अपनानी होगी। छोटे उद्योगों लिए सरकार की कई योजनाओं और कार्यकमों का उल्लेख करते हुए अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है। भारतीय महिला उद्यमी महासंघ की अध्यक्ष रजनी अग्रवाल ने कहा कि तीन दिन तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत और विदेशों से 200 से अधिक महिला उद्यमी भाग ले रही हैं। ये महिला उद्यमी मालदीव, बंगलादेश, श्रीलंका, सिंगापुर, नाईजीरिया, नेपाल और पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उपाध्यक्ष पूनम कुमार मल्हाेत्रा ने कहा कि सम्मेलन की मुख्य विषयवस्तु ‘मिशन इम्पाॅसिबल’है। महामारी के दाैरान महिला उद्यमियों की ताकत दिखायी है। इसमें डिजिटल और सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। महिला उद्यमियों ने इस मुश्किल समय में तेजी से नयी तकनीक और परिवर्तनों को अपनाया है। सत्या.श्रवण वार्ता