मुंबई, 03 फरवरी (वार्ता) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोमवार को कृषि विभाग को उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि क्षेत्र में प्रायोगिक आधार पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग पर सहकारिता विभाग के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया।
राज्य में कृषि क्षेत्र में एआई के उपयोग पर उपमुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों के जीवन में क्रांति लाने के लिए कृषि क्षेत्र में प्रायोगिक आधार पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग विचाराधीन है।
कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की उत्पादन लागत बचाने के लिए आने वाले दिनों में कृषि क्षेत्र में एआई का उपयोग अनिवार्य होने जा रहा है।
श्री पवार ने कहा कि कृषि क्षेत्र में एआई के उपयोग से फसल स्वास्थ्य का विश्लेषण करना, मिट्टी में कार्बन सामग्री का पता लगाना, मिट्टी के स्वास्थ्य पर जानकारी, खरपतवार के प्रकार की पहचान करना, पिछली उपज की तुलना करना, मिट्टी का तापमान, वायुमंडलीय आर्द्रता, कीटों की घटना की पहचान करना संभव हो जाएगा। और फसलों पर बीमारियाँ, और फसलों पर जैविक और अजैविक असर की पहचान करें।
उन्होंने कृषि विभाग को सहकारिता विभाग के साथ समन्वय कर इस परियोजना की तकनीकी एवं आर्थिक व्यवहार्यता की जांच करने का निर्देश दिया।
सैनी.संजय
वार्ता