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पूर्णिया समेत सीमांचल का विकास मेरा मिशन : मोदी

पूर्णिया समेत सीमांचल का विकास मेरा मिशन : मोदी

पूर्णिया 16 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया और सीमांचल क्षेत्र के विकास की जानबूझकर उपेक्षा करने के लिए केंद्र और बिहार की पूर्ववर्ती सरकारों की निंदा करते हुए कहा कि सीमांचल और पूर्णिया का विकास उनका मिशन है।

श्री मोदी ने मंगलवार को यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने सीमांचल और पूर्णिया के संपूर्ण विकास को अपना मिशन बनाया है। सीमांचल और पूर्णिया की तकदीर बदलने के लिए उनकी सरकार ने आकांक्षी जिला और आकांक्षी प्रखंड योजना शुरू की है, जिसमें पूर्णिया ने देश के आकांक्षी जिलों की सूची में अपना स्थान बनाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की पिछली सरकारें पूर्णिया सहित सीमांचल क्षेत्र को पिछड़ेपन से बाहर निकालने की जिम्मेदारियों से बचती रहीं। पूर्णिया में विकास की अपार संभावनाएं हैं क्योंकि किसान मक्का, जूट और मखाना का भरपूर उत्पादन करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने जूट खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दोगुना कर दिया है। मखाना की कुल पैदावार का 20 फीसदी उत्पादन अकेले पूर्णिया में हो रहा है।

श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने मोटे अनाज के साथ-साथ मखाना को भी सुपर फूड के तौर पर बढ़ावा दिया है। जी20 बैठक के दौरान विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों को मोटा अनाज "श्रीअन्न" परोसा गया। उन्होंने कहा कि अब मोटा अनाज न केवल गरीबों का भोजन है बल्कि अमीर लोगों का भी भोजन बन गया है, जिसका सीधा लाभ किसानों को हुआ है

प्रधानमंत्री ने कहा कि मक्का को लाभकारी फसल बनाने के लिए उनकी सरकार ने इसकी खरीद पर एमएसपी बढ़ाया है। अब मक्के के अवशेष से इथेनॉल का उत्पादन होने लगा और पूर्णिया देश में इथेनॉल प्लांट लगाने वाला पहला स्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में औद्योगीकरण के अवसर पैदा करने के लिए उनकी सरकार ने सड़क-रेल बुनियादी ढांचे का निर्माण और सुधार किया है। बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए विशेष रूप से पूर्णिया में बेहतर सड़कें भी बनाई जा रही हैं और वंदे भारत और नमो भारत ट्रेनों के माध्यम से कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। निकट भविष्य में पूर्णिया में हवाई जहाजों की लैंडिंग के लिए सुविधाओं में भी सुधार किया जा रहा है।

श्री मोदी ने लोगों के सपनों को अपना निजी मिशन बताया और कहा कि समाज के गरीब, दलित और उत्पीड़ित वर्ग और ग्रामीण क्षेत्र जिन समस्याओं से जूझ रहे थे उन्हें उन्होंने हल कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके संकल्पों की वजह से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, जन धन खाता योजना, किसान सम्मान योजना, उज्ज्वला योजना और अन्य विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये सभी उपलब्धियां सिर्फ एक ट्रेलर है।

प्रधानमंत्री ने दोहराया कि वह उपलब्धियों से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि उन्हें पूर्णिया, सीमांचल क्षेत्र, बिहार और हिंदुस्तान को आगे बढ़ाना है और प्रगति का युग शुरू करना है। उन्होंने कहा कि उन पर बाबा साहब और उनके संविधान का बहुत बड़ा ऋण है, जिसने उनके लिए गरीब वर्ग से आने वाले लोगों के करीब आने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के सम्मान में उनकी सरकार ने संविधान दिवस (संविधान दिवस) मनाना शुरू किया और स्कूलों और उच्चतम न्यायालयों में कार्यक्रम आयोजित किए गए।

श्री मोदी ने कहा कि आजादी के 75वें साल में मनाए गए आजादी का अमृत महोत्सव की तर्ज पर इस साल भारतीय संविधान के 75 साल पूरे होने पर संविधान पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को संविधान की भावना से अवगत कराया जाएगा। इसके निर्माण की प्रक्रिया और पूरे वर्ष त्योहार के दौरान इसका महत्व बताया जाएगा। उन्होंने आपातकाल के दौर का जिक्र करते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान संविधान को विकृत कर दिया गया था और जो लोग सत्ता को अपनी जेब में और परिवार में रखना चाहते हैं, उन्हें संविधान पसंद नहीं है क्योंकि इसने शोषितों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को मजबूती दी है।

प्रधानमंत्री ने समाज के उत्पीड़ित वर्गों के विकास के लिए अपनी प्राथमिकताओं को दोहराते हुए गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना और पक्के घरों के निर्माण को जारी रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने घोषणा की कि सरकार 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के इलाज का खर्च वहन करेगी। अंत में उन्होंने लोगों से विकसित भारत मिशन को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने की अपील की।

सूरज शिवा

वार्ता

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