बिश्केक 10 अप्रैल (वार्ता) किर्गिस्तान में गुरुवार से शुरु हो रही एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 10 महिला, 10 पुरुष फ्रीस्टाइल और 10 ग्रीको-रोमन समेत कुल 30 युवा भारतीय पहलवान प्रतिस्पर्धा करेंगे।
11 से 16 अप्रैल तक चलने वाली इस चैंपियनशिप में विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता सरिता मोर, पिछले साल अम्मान में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले अंतिम कुंडू और अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अभिमन्यू, बिश्केक में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2024 में भारतीय कुश्ती टीम की अगुवाई करेंगे।
19 अप्रैल से होने वाले एशियाई ओलंपिक कुश्ती क्वालीफायर के कारण अधिकांश शीर्ष भारतीय पहलवान इस साल की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग नहीं ले रहे हैं। जिसके कारण इस चैंपियनशिप में एक युवा भारतीय कुश्ती टीम दिखेगी।
भारत ने अब तक कुश्ती में केवल एक पेरिस 2024 ओलंपिक कोटा हासिल किया है। अंतिम पंघाल ने 2023 विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 53 किग्रा में कांस्य पदक जीतने के बाद कोटा हासिल किया था।
2021 अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली 25 वर्षीय अंजू ने भारतीय टीम में अंतिम पंघाल की जगह ली है। अंजू ने पिछले महीने 53 किग्रा चयन ट्रायल अपने नाम किया था और सेमीफाइनल में दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट को हराया था।
अम्मान में आयोजित महाद्वीपीय चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में, भारतीय पहलवानों ने एक स्वर्ण, तीन रजत और 10 कांस्य समेत 14 पदक जीते थे। पुरुषों के 57 किग्रा में अमन सेहरावत ने शीर्ष स्थान हासिल किया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष विश्व चैंपियनशिप के बाद से वर्ल्ड रेसिंग गवर्निंग बॉडी ने भारतीय रेसलिंग फेडरेशन (डब्ल्यूएफआई) को निलंबित करने के बाद भारतीय पहलवान यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ध्वज के तहत प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। पिछले महीने इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है।
राम
वार्ता