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लोकरुचि


पंचक के बाद दशाश्वमेध घाट में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

पंचक के बाद दशाश्वमेध घाट में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

प्रयागराज, 26 जुलाई (वार्ता) देवाधिदेव के प्रिय मास श्रावण में पंचक की समाप्ति के साथ ही संगम नगरी प्रयागराज के दशाश्वमेघ घाट पर श्रद्धा का सैलाब हिलोरें मारने लगा है। हर-हर महादेव के गगनभेदी उदघोष के साथ भगवाधारी कावड़ियों के हुजूम से तीर्थराज केसरिया रंग में रंग गया है।

शिवभक्त कांवरियों ने 17 जुलाई को शुरू हुये पवित्र मास में गंगाजल लेकर भोलेनाथ का अभिषेक करने के लिए समूह में देवाधिदेव महादेव काशी विश्वनाथ और देवधर में बाबा वैजनाथ धाम के लिए प्रस्थान करना आरंभ कर दिया था लेकिन 19 जुलाई से पंचक लग जाने के कारण तीर्थराज प्रयाग से पैदल कांवरियों का जत्थे में कमी देखी गयी। 24 जुलाई को पंचक खत्म होने के बाद से शास्त्री ब्रिज केसरिया रंग से नहा गया और कांवरियों के “बोल बम और हर-हर महादेव के उद्घोष से गु्ंजायमान हो रहा है।

बुधवार को पंचक समाप्त होने के बाद भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए दशाश्वमेध घाट कांवरियों से एक बार फिर केसरिया हाे उठा। स्वस्थ्य पुरूष, महिलाएं ही नहीं बल्कि बच्चे, दुर्बल काया और दिव्यांग युवाओं में अपने आराध्य के प्रति स्नेह देखने को मिल रहा है। इस घाट पर सुबह से शाम तक कांवरियों को नहाते और जल भरते देखा जा सकता है। काशी विश्वनाथ और देवधर जाने के लिए कांवडियों का इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद सिटी, दारागंज, झूंसी रेलवे स्टेशनों पर भीड़ लगी रहती है।

इलाहाबाद सिटी स्टेशन पर काशी पहुंचने वाली महिला कांवरिया गोमती देवी और रघुराजी ने बताया कि उनकी यह पहली कांवर यात्रा है। उन्होने बताया कि गंगा स्नान से पहले तक उनके मन में यही संशय था कि कैसे इसे पूरा करेंगी। लेकिन जैसे ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और ‘बोल बम’ का उच्चरण मुंह से निकला, सारा संशय ही समाप्त हो गया। उन्होने बताया कि उनके साथ अलग-अलग कोच में कम से 15 महिलाएं और पुरूष भी हैं।

गोमती देवी ने बताया कि शुक्रवार को दारागंज के दशाश्वमेध घाट पर जल भरने के लिए दूर-दराज शहर के ग्रामीण क्षेत्र के अलावा कौशाम्बी, प्रतापगढ़ और जौनपुर से जल भरने के लिए कांवरिये पहुंचे। कुछ तो स्नान के बाद आस-पास के शिवालयों में ही भोले का जलाभिषेक कर रहे हैं और कुछ काशी तो कुछ बाबा वैजनाथ धाम प्रस्थान कर रहे हैं।

मिर्जापुर गंगहरा निवासी राजितराम ने बताया कि पिछले पांच साल से वह कांवर यात्रा कर रहे हैं। प्रकृति ने उनके शरीर को कमजोर बना दिया लेकिन, मन में इच्छा है कि भगवान की भक्ति करके अपने जीवन को साकार कर लें। देवाधिदेव महादेव को जलाभिषेक के लिए बाबा विश्वनाथ जाने वाले कावंरियों की भीड़ बढ़ रही है।

आसमान में छाई काली घटाओं के बीच बोल-बम के उद्घोष ने पूरे माहौल को शिवमय कर दिया। दशाश्वमेध घाट से कांवरियों की टोलियां कंधे पर कांवर उठाए दिल में शिव भक्ति की अलख जगाए बोल बम के जयकारे लगाते कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। कांवड यात्रा में महिला, पुरूष, बच्चियां, बच्चे, और विकलांग तक भोले की कृपा से केसरिया रंग में रंगे काशी विश्वनाथ बाबा की नगरी जाने के लिए उतावले दिख रहे। शास्त्री ब्रिज केसरिया से सराबोर हो ‘बोल बम और हर-हर महादेव’ के उदघोष से गुंजायामन हो उठा है।

दिनेश प्रदीप

वार्ता

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