मुंबई, 09 अगस्त (वार्ता) अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि वह अब 2019 के आईसीसी विश्वकप की तैयारियों में जुटे हैं और गत माह उन्होंने मैदान पर अंपायर से जो गेंद मांगी थी वह इसी के लिये होमवर्क है।
37 वर्षीय धोनी ने गत माह इंग्लैंड दौरे में हेडिंग्ले में तीसरे वनडे के आखिरी में अंपायर से मैच की गेंद मांगी थी जिसके बाद सोशल नेटवर्किंग साइट पर धोनी के रिटायरमेंट की अटकलें तेज़ हो गयी थीं। इसे लेकर कोच रवि शास्त्री को खुद ट्वीट कर यह कहना पड़ा कि धोनी कहीं नहीं जा रहे हैं।
हालांकि 2011 विश्वकप फाइनल में विजय दिलाने वाले महान विकेटकीपर ने भी अपने संन्यास की सभी अटकलों को खारिज कर दिया है। धोनी ने गुरूवार को कहा कि वह अगले वर्ष होने विश्वकप की तैयारियों में लगे हैं। उन्होंने कहा,“ हम इंग्लैंड में विश्वकप खेलने जा रहे हैं, ऐसे में हमें पता होना चाहिये कि रिवर्स स्विंग की वहां अहम भूमिका होगी।”
धोनी ने गत माह अंपायर से गेंद मांगने के वाकिये का जिक्र करते हुये कहा,“ विपक्षी टीम को रिवर्स स्विंग की जानकारी है, ऐसे में हमें भी इसके बारे में पता होना चाहिये। गत माह सीरीज के अाखिरी मैच में मैंने अंपायर से इसीलिये गेंद की मांग की थी।” भारत तीन मैचों की सीरीज़ में नंबर एक रैंक इंग्लैंड से 1-2 से हार गया था।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि वह गेंद की जांच करना चाहते थे और उन्हें उम्मीद है कि स्थिति को समझने से अगले वर्ष होने वाले विश्वकप में भारत को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा,“ 50 ओवर के बाद आईसीसी के लिये गेंद बेकार हो जाती है, इसलिये मैंने अंपायर से गेंद की मांग की और अपने गेंदबाजी कोच को जाकर दी। हमने इसके बाद बात की कि हमें गेंद को समझकर रिवर्स स्विंग पर चर्चा करनी चाहिये।”
मैदान पर अपनी रणनीति और सूझबूझ के लिये मशहूर धोनी ने कहा,“ गेंद और उसकी स्थिति को समझने से हमारे तेज़ गेंदबाज़ों को फायदा मिलेगा और वह यार्कर डाल सकते हैं या 40 ओवर के बाद विकेट निकाल सकते हैं। हमें इससे आखिरी 10 अोवरों में विपक्षी टीम को रन बटोरने से रोकने में भी मदद मिलेगी।”