नयी दिल्ली, 22 दिसम्बर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की 1731 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किये जाने पर राजधानी के करीब 40 लाख लोगों को बधाई देते हुए उनका आह्वान किया कि वे एक सप्ताह तक अपनी अपनी कॉलोनी में जबरदस्त स्वच्छता अभियान चलायें और स्वच्छता के साथ नववर्ष 2020 का स्वागत करें तथा एकल उपयोग वाली प्लास्टिक के प्रयोग को भी बंद करें।
श्री मोदी ने यहां रामलीला मैदान में 1731 अनधिकृत कॉलोनियों के वासियों की ओर से उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए आयोजित एक रैली काे संबोधित करते हुए यह आह्वान किया। भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई द्वारा आयोजित रैली में केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, हरदीप पुरी, नित्यानंद राय, सांसद एवं दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस, गौतम गंभीर, रमेश बिधूड़ी, भाजपा के उपाध्यक्ष श्याम जाजू, राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ आदि मौजूद थे।
श्री मोदी ने कहा, “मेरा आग्रह है कि आप दिल्ली के जिस इलाके में भी रहते हैं। एक हफ्ते तक जबरदस्त सफाई अभियान चलायें। नववर्ष का स्वागत साफ सुथरी दिल्ली के साथ करेंगे।” उन्होंने दूसरी अपील की कि वे अपनी बस्तियों में एकल उपयोग वाली प्लास्टिक के विरुद्ध अभियान चलाएं। प्रधानमंत्री की इस अपील पर मैदान में जमा 50 हजार से अधिक की भीड़ ने हर्षध्वनि एवं हाथ उठा कर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले श्री मोदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर दिल्ली के गरीबों के साथ वोट के लिए छल करने का आरोप लगाया तथा कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार रिकॉर्ड समय में ईमानदारी से काम कर 1731 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करके 40 लाख लोगों के अपने घर पर संपूर्ण मालिकाना हक दिलाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लायी है।
श्री मोदी ने कहा कि व्यक्ति के जीवन से जब अनिश्चितता हट जाती है और एक बड़ा संकट निकल जाता है तो उसका चेहरा दमकने लगता है और दिल्ली की झुग्गी झोंपडी के 40 लाख लोगों के चेहरे पर यह सब स्पष्ट दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से यहां के लोगों के जीवन में अपनी जमीन और अपने जीवन की पूंजी पर संपूर्ण अधिकार दिलाने का सौभाग्य भाजपा की सरकार को मिला है। इन बस्तियों काे नियमित करने से कारोबार भी बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दिल्ली की जनता के इस अधिकार में रोड़े अटकाए उनको समझ लेना चाहिए कि इसमें कितनी खुशी थी ,इसका परिणाम यहां रामलीला मैदान में उमड़ा जन सैलाब है। झूठे चुनावी वादों के कारण इन लोगों को अपने हकों से वंचित रहना पड़ा और दिल्ली की बड़ी आबादी का जीवन सीलिंग और बुलडोजर से घर मिटाने के भय तक सिमट गया था।
उन्होंने कहा कि आप सरकार ने इस समस्या को लेकर ईमानदारी नहीं दिखाई और इसे 2021 तक लटकाने की कोशिश की लेकिन हम लोगों की समस्याओं को समझते हैं इसलिए हमने मार्च में ये काम खुद अपने हाथ में लिया और अक्टूबर/नवंबर तक प्रक्रिया पूरी करके संसद के दोनों सदनों से विधेयक पारित करा दिया और यहां की 1700 से अधिक अनधिकृत बस्तियों के 40 लाख वासियों को उनके घरों का संपूर्ण मालिकाना हक दिलवा दिया है। उन्होंने कहा कि तकनीक की मदद से इन सभी बस्तियों का सीमांकन करने का काम पूरा हो गया है और 1200 से अधिक बस्तियों के नक्शे पोर्टल पर अपलोड कर दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि समस्या को लटकाना भाजपा की प्रवृत्ति नहीं है। ये ना तो हमारा संस्कार है और ना ही राजनीति का रास्ता है। जिन लोगों पर नियमित कराने का भरोसा किया गया था, उन्होंने अचानक से 2000 बंगले अवैध तरीके से अपने काराेबारियों को दे दिये थे। जब केन्द्र सरकार ने उन्हें खाली कराया तो उसमें रोड़े अटकाये। उन्होंने कहा कि अब वे सभी 2000 बंगले ‘उनके वीआईपी’ लोगों से खाली करा लिये गये हैं और 40 लाख ‘मेरे वीआईपी’ लोगों को घर का मालिकाना मिल गया है।
सचिन जितेन्द्र
वार्ता