नयी दिल्ली, 09 सितम्बर (वार्ता) कांग्रेस ने राफेल विमान सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने या इस पर चर्चा कराने से पीछे हटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की तीव्र आलोचना करते हुए आज कहा कि इससे साबित होता है कि ‘दाल में कुछ काला’ जरूर है।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मोदी सरकार राफेल सौदे को लेकर न तो संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच चाहती है, न कोई चर्चा। इसका सीधा मतलब है कि दाल में कुछ काला जरूर है। वर्ष 2014 के आम चुनाव में श्री मोदी के लिए भ्रष्टचार पर लगाम लगाना मुख्य नारा था, लेकिन अब वह जनता के मुद्दे से दूर हो रहे हैं।”
मोदी सरकार में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बेतहाशा बढ़ोतरी का जिक्र करते हुए श्री माकन ने कहा, “वर्ष 2014 के बाद अब तक पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 211.7 प्रतिशत की वृद्धि की जा चुकी है और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की तुलना में उत्पाद शुल्क दो रुपये 20 पैसे से बढ़कर 19 रुपये 48 पर पहुंच गया है। इसी प्रकार डीजल के उत्पाद शुल्क में 433 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह तीन रुपये 46 पैसे से बढ़कर 15 रुपये 33 पैसे तक पहुंच गया है। इतना ही नहीं, डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत भी 73 रुपये के पार पहुंच गयी है।”
उन्होंने पूछा कि संप्रग सरकार में एक डॉलर की कीमत 60 रुपये से पार करते ही श्री मोदी कहते थे रुपया आईसीयू में पहुंच गया है, लेकिन अब तो यह 73 रुपये के पार पहुंच गयी है, इस पर रोक के लिए सरकार क्या कर रही है? उन्होंने पेट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग करते हुए कहा कि इससे तत्काल इन पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत 15 से 18 रुपये प्रति लीटर नीचे आ जायेगी। उन्होंने कहा, “सरकार ने 11 लाख करोड़ रुपये पिछले चार वर्ष में उत्पाद शुल्क के माध्यम से कमाये हैं। सरकार ने आम आदमी की जेब पर डाका डालकर अपना खजाना भरा है।”
सुरेश टंडन
जारी वार्ता