श्रीनगर, 21 मार्च (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को उन कदमों के विनाशकारी प्रभावों के प्रति आगाह किया जो जम्मू-कश्मीर के चुनावी लोकतंत्र में वर्षों से कड़ी मेहनत से बहाल किये गये लोगों के विश्वास को कमजोर कर देंगे।
सुश्री मुफ्ती दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पत्रकारों के साथ बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रही थी जिसमें उन्होंने कहा था, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भाजपा को कश्मीर में जनादेश मिलेगा या नहीं, लेकिन पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सहित तीन 'परिवारवादी पार्टियाें' को मिटा दिया जाना चाहिए, जिन्होंने क्षेत्र में लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया।”
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जोरदार हमला करते हुए सुश्री मुफ्ती ने दमन के एक व्यवस्थित अभियान को रेखांकित किया, जिसने जम्मू-कश्मीर के लोगों का जीवन दयनीय बना दिया है। उन्होंने पांच अगस्त, 2019 के बाद अधिकारों और स्वतंत्रता के नुकसान पर अफसोस जताया और कहा कि भाजपा, पीडीपी को उसकी जनविरोधी नीतियों के कट्टर आलोचक के रूप में देखती है, उसने जानबूझकर पार्टी को कमजोर किया और उसे व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया।
सुश्री मुफ्ती ने आरोप लगाया कि भाजपा ने पीडीपी नेताओं को लुभाकर और मजबूर करके नई पार्टियां बनाईं, उनका मानना है कि इस कदम का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में दबी हुई आबादी की आवाज के रूप में पीडीपी के प्रभाव को कम करना है।
सैनी, यामिनी
वार्ता