नयी दिल्ली, 26 मार्च (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव आयोग से मंगलवार को शिकायत की कि लोकसभा चुनावों में भाजपा एवं अन्य दलों के नेताओं की बयानबाजी को लेकर आयोग के अधिकारियों के रुख में समानता नहीं है और तथा पक्षपाती नज़र आ रहे हैं।
भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, भाजपा के चुनाव प्रकोष्ठ के प्रमुख ओम पाठक और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी संजय मयूख ने अपराह्न चुनाव आयोग में जाकर इस मामले में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए आयोग से निष्पक्षता एवं समानता सुनिश्चित करने तथा आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
चुनाव आयोग में इस आशय का ज्ञापन सौंपे जाने के बाद भाजपा महासचिव तावड़े ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल विपक्ष के नेताओं द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने की शिकायत लेकर आज चुनाव आयोग से मिला। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से देश की अखंडता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नेताओं पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करने आग्रह किया।
श्री तावड़े ने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष विपक्ष के घमंडिया गठबंधन के उद्देश्य को उजागर किया। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन के तीन लक्ष्य हैं, पहला - प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को गाली देना, दूसरा - नारी शक्ति का अपमान करना और तीसरा - देश की संस्कृति का अपमान करना। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष विभिन्न प्रदेश के चुनाव अधिकारियों द्वारा एक ही प्रकार के विषय पर अलग-अलग प्रकार की कार्रवाई करने की भी शिकायत की।
भाजपा महासचिव ने कहा कि इसका उदाहरण है कि केन्द्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के बयान पर चुनाव अधिकारियों ने कार्रवाई की, लेकिन तमिलनाडु के एक नेता द्वारा उसी तरह के बयान पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब और पश्चिम बंगाल के चुनाव अधिकारी किसी प्रकार के दबाव में आकर आचार संहिता के तहत कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय निर्वाचन आयोग से इन प्रदेशों के निर्वाचन अधिकारियों के बर्ताव पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
श्री तावड़े ने कहा कि तमिलनाडु में मंत्री अनीता आर. राधाकृष्णन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन, सांसद ए राजा और संजय राउत द्वारा सनातन धर्म, भारत देश की अखंडता और प्रधानमंत्री श्री मोदी के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयानों पर चुनाव आयोग को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।
श्री तावड़े ने कहा कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से आचार संहिता के उल्लंघन करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करने की अपील की।
सचिन.संजय
वार्ता