मनोरंजनPosted at: Jul 22 2017 4:46PM फिल्म ‘जेहाद’ में इसके अर्थ को समझाने की कोशिश: काजमी
मुंबई 22 जुलाई (वार्ता) बॉलीवुड अभिनेता हैदर काजमी का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म ‘जेहाद’ के जरिये उसके अर्थ को समझाने की कोशिश की गयी है। हैदर इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘जेहाद’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यह फिल्म जहां टोरंटो इंटरनेशनल नॉलिवुड फिल्म फेस्टिवल (टीआईएनएफएफ) के फाइनलिस्ट श्रेणी चुनी गई है तो वहीं, लॉस एंजिल्स इंडिपेंडेंट फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स (एलएएफएफए) के लिए भी इसका आधिकारिक चयन हो चुका है। हैदर का कहना है कि फिल्म के माध्यम से ‘जेहाद’ शब्द के अर्थ को समझाने की कोशिश की गई है जो सामान्यत: आम लोगों के बीच आतंकवाद समझा जाता है। जबकि 'जेहाद' स्वयं की भावनाओं को नियंत्रित करने और दिल को शुद्ध करने के लिए खुद का संयम है, जिसका आतंकवाद से इसका कोई लेना-देना नहीं है। इसका मतलब ही है इस्लामिक धर्म और संस्कृति द्वारा दिखाए गए सही रास्ते पर चलना। फिल्म की विषय-वस्तु पर निर्देशक राकेश परमार ने कड़ी मेहनत की है। हैदर को फिल्म से काफी उम्मीदें है। उन्होंने कहा कि फिल्म को भारत में खास स्क्रीन के दौरान प्यार मिला है और उम्मीद है कि जब यह देशभर में रिलीज होगी, तब 2017 की ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित होगी। यह फिल्म आतंकवाद और उनकी भयावहता पर आधारित नहीं है। फिल्म में अवांछित खून – खराबे, आतंकवादियों के अनचाहे गतिविधियों जैसे चीजों को अलग रखा गया है। प्रेम देवेन्द्र वार्ता