मुम्बई, 11 अप्रैल (वार्ता) मोहन बागान सुपर जायंट के प्रमुख कोच एंटोनियो हबास ने गुरुवार को कहा कि भविष्य के भारतीय फुटबॉल सितारे रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग में खेलते हैं
12 अप्रैल से 26 अप्रैल तक चलने वाली रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) में आठ क्षेत्रों की 20 टीमें राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिए चार क्लबों की मेजबानी में खेले जाने वाले 40 मुकाबलों में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
एंटोनियो हबास ने कहा, “रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें अपनी फर्स्ट टीम के लिए अकादमी और युवा खिलाड़ियों की आवश्यकता है। हमें इन परियोजनाओं में निवेश करने की जरूरत है, क्योंकि खेल के लिए आधार मेरे लिए महत्वपूर्ण है। ऐसी पहल से खिलाड़ियों को तकनीकी रूप से बेहतर बनाती हैं। खिलाड़ियों को गेम-टाइम देना विशेष रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। युवाओं को सीधे पहली टीम में शामिल करना अच्छा नहीं होता है, इसलिए उन्हें आरएफडीएल जैसे टूर्नामेंट में खेलने की जरूरत है। हमारे पास ऐसे लोग हैं जो हर आरएफडीएल मैच के दौरान प्रतिभाओं की तलाश करते हैं क्योंकि भारतीय फुटबॉल का भविष्य इस टूर्नामेंट में खेलता है।”
रीजनल क्वालीफायर्स के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं के प्रदर्शन में गहराई नजर आई, टीमों ने नेशनल ग्रुप चरण में अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए उल्लेखनीय कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। मिजोरम से लेकर मुम्बई, गोवा से लेकर मेघालय-असम तक, युवा फुटबॉलरों ने अपनी क्षमता दिखाई और टूर्नामेंट के रोमांचक चरण के लिए मंच तैयार किया।
आईएसएल क्लब बेंगलुरू एफसी, ईस्ट बंगाल एफसी, पंजाब एफसी और नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के साथ-साथ एक युवा रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) इकाई समेत कई क्लबों ने तालिका में शीर्ष पर रहकर अपने-अपने रीजन से क्वालिफाई किया।
राम
वार्ता