नयी दिल्ली 11 जुलाई (वार्ता) कांग्रेस को कर्नाटक के बाद गोवा में झटका देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब नयी रणनीति अपनायी है जिसके तहत पार्टी में शामिल 10 बागी विधायक यहां पहुंच चुके हैं और वे अब पार्टी अध्यक्ष अमित शाह तथा कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात करेंगे।
गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता समेत कांग्रेस के 15 में से 10 विधायकों ने भाजपा में विलय की घोषणा की है और सभी बुधवार को यहां पहुंचे। इन विधायकों के साथ राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस के सामने आये बड़े राजनीतिक संकट के बीच गोवा में हुआ राजनीतिक घटनाक्रम अभूतपूर्व तरीके से सामने आया है।
कांग्रेस के विधायक चंद्रकांत कावलेकर, अटनासियो मोनसेराटे, जेनिफर मोनसेराटे, नीलकांत हलनारकर, टोनी फर्नांडीस, फ्रांसिस सिलवीरा, विलफ्रेड डी सा, फिलीप नेरी रोडग्रीजस, क्लैफसियो डायस और इसिडोर फर्नांडीस ने कांग्रेस छोड़ कर घोषणा की कि पार्टी के पंद्रह में से 10 विधायक भाजपा में ‘विलय’ कर चुके हैं।
श्री सावंत ने कहा कि बागी विधायकों के ‘विलय’ और ताजा घटनाक्रम से राज्य में भाजपा नीत सरकार और मजबूत होगी।
विपक्ष के नेता और बागी विधायक श्री कावलेकर ने कहा,“हमने श्री सावंत के काम करने के तरीके को देखा है। वह राज्य की प्रगति के लिए काम कर रहे हैं। हमने उनसे हाथ मिलाने का निर्णय लिया है।”
उन्होंने कहा,“हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत काम करने के उद्देश्य से ही भाजपा में विलय हुए हैं। उन्होंने गोवा और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की विफलता के लिए कांग्रेस के आंतरिक ‘झगड़े’ को जिम्मेदार ठहराया।”
श्री सावंत ने दावा किया कि बागी विधायकों ने बिना शर्त भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है और मंत्रिमंडल का तत्काल विस्तार नहीं होगा।
संजय, यामिनी
वार्ता