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वैश्विक अस्थिरता के बीच सोने में तेजी, चांदी में निखार बढ़ने की संभावना

वैश्विक अस्थिरता के बीच सोने में तेजी, चांदी में निखार बढ़ने की संभावना

नयी दिल्ली, 08 अप्रैल (वार्ता) भारत में अप्रैल माह में चैत्र नवरात्र, गुडी पड़वा, उगाडी और ईद त्योहारों से पहले सर्राफा बाजार में तेजी का दौर है।

सोना 24 कैरेट का भाव दिल्ली में आज 73,275 रुपये रुपये प्रति दस ग्राम तक चला गया। भारत में चांदी भी औसतन 81,500 रुपये प्रति किलो के स्तर को पार कर गयी है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सुरक्षित निवेश की मांग के समर्थन से सोने का भाव 2320 डालर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में ऊंची कीमतों बाजार में सोने की मांग में ठहराव है और चुनावों में नकदी और सोने की खेप पर सरकारी एजेंसियों की निगरानी बढ़ने से इस वर्ष की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में इस सप्ताह के त्योहारों को छोड़ कर सोने की मांग नरम रह सकती है।

वैश्विक भू-राजनीतिक अस्थिरता तथा अमेरिका में नीतिगत ब्याज दर में कटौती का दौर प्रारंभ करने की संभावनाओं के बारे में संघीय केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से किसी अस्पष्ट संकेत से अंतराष्ट्रीय बाजार में भी सोने का भाव मजबूत है।सचिन जैन,

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारत में स्थित क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सचिन जैन ने एक बयान में कहा, “भारत में सोने की कीमत ने 71,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर को छू लिया है। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों केंद्रों में पहली तिमाही में आभूषण की मांग लगभग स्थिर रही है।”

श्री जैन ने कहा कि भारतीय परिवारों में त्योहारों पर सोना खरीदने को शुभ मानने की संस्कृति है तथा गुडी पड़वा, चैत्र नवरात्र आदि त्योहारों के आसपास सोने की प्रतीकात्मक खरीद बढ़ने से बाजार में उत्साह बढ़ा जाता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में नवरात्रि और ईद के साथ वर्तमान त्योहारी सीज़न की शुरुआत से उपभोक्ता खरीदारी में तेजी देखी जानी चाहिए और सोने की मांग में बढ़ोतरी होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से, उद्योग उपभोक्ताओं की बढ़ती रुचि और त्योहारों के लिए अच्छी पूर्व बुकिंग की खबर है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि आम चुनावों के दौरान अगले दो महीनों तक सोने और नकदी की आवाजाही पर कड़ी जांच की जाएगी। त्योहारों को छोड़कर, 2024 की दूसरी तिमाही के बड़े हिस्से के दौरान सोने के आभूषणों की मांग कम रहने की संभावना है, फिर भले ही आने वाले महीनों में कीमतें कम हों।

श्री जैन के अनुसार धातु के रूप में सोने का भाव ऊंचा होने से ऊंची सोने से जुड़े डिजिटल और निवेश उत्पादों में निवेश को प्रोत्साहित कर सकती हैं।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड प्रेशियस मेटल्स त्रैमासिक रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ महीनों में चांदी में जोरदार सकारात्मकता रहेगी, लेकिन क्या यह सीधी बढ़त होगी या अस्थिरता के साथ, यह समय पर निर्भर करेगा।

फर्म में चांदी में भाव की हर गिरावट पर निवेश करने की सलाह दे रही है। उसका अनुमान है कि चांदी लंबी अवधि में 92,000-1,00,000 रुपये प्रति किलो तक मजबूत हो सकती है।

मनोहर, उप्रेती

वार्ता

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