पुणे, 21 मार्च (वार्ता) चौदहवीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शुक्रवार को होने वाले सेमीफाइनल मुकाबलों में हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने अपनी-अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।
हरियाणा टूर्नामेंट में अब तक की सबसे प्रभावशाली टीम रही है और इसमें 11 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल हैं। टीम क्वार्टर फाइनल में ओडिशा को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंची गयी है। इससे पहले हरियाणा ने असम को 15-0 से और पुड्डुचेरी को 22-0 से हराकर पूल डी में शीर्ष स्थान हासिल कर नॉकआउट दौर में प्रवेश किया था।
हरियाणा टीम के कोच आजाद सिंह मलिक ने सेमीफाइनल मुकाबले से पहले कहा, “हमने ग्रुप चरण में काफी आसानी से जीत हासिल की, लेकिन हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में हम थोड़ा लड़खड़ा गए। मुझे लगता है कि अगर हम रक्षात्मक रूप से बेहतर कर सकते थे और हमने बहुत अधिक पेनल्टी कॉर्नर नहीं दिए। हमें एक अच्छा सेमीफाइनल खेलना चाहिए। झारखंड एक अद्भुत टीम है, लेकिन अगर हम अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करते हैं और हमें मिलने वाले स्कोरिंग अवसरों को भुनाते हैं, तो मुझे यकीन है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि हरियाणा की टीम टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में तीसरे/चौथे स्थान के प्लेऑफ में झारखंड से 1-2 से हार गई थी।
वहीं झारखंड की टीम ने टूर्नामेंट में आंध्रप्रदेश पर 13-0 से शानदार जीत दर्ज की, इसके बाद उत्तर प्रदेश हॉकी के साथ 2-2 से ड्रा खेलकर पूल सी में उत्तर प्रदेश से अधिक गोल के अंतर के आधार पर शीर्ष स्थान पर रही। इसके बाद उन्होंने मिजोरम को एक करीबी मुकाबले में क्वार्टर फाइनल में 2-1 से हराकर सेमीफाइनल की जगह पक्की की है।
हॉकी झारखंड के कोच सुमराय टेटे ने टीम के प्रदर्शन को लेकर कहा, “क्वार्टरफाइनल शानदार रहा। हमने इस टूर्नामेंट में कुछ कड़े मुकाबले खेले हैं और इससे हमें दबाव से निपटने में सीखने में मदद मिली है। हरियाणा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से भरी एक उच्च गुणवत्ता वाली टीम है, लेकिन हमारे पास भी उनमें से कुछ हैं और निश्चित रूप से क्षमता के मामले में किसी से पीछे नहीं हैं। हमने पिछले साल उन्हें हराया था और इस साल भी हम वही प्रदर्शन दोहराने का प्रयास करेंगे।”
मध्य प्रदेश ने क्वार्टरफाइनल में बंगाल के खिलाफ 1-1 (4-3 एसओ) की शानदार जीत के बाद सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली। उसने इससे पहले छत्तीसगढ़ को 8-0 के स्कोर से और बिहार को 7-1 से हराकर पूल ए के लीडर के रूप में उभरे थे।
मध्यप्रदेश के कोच परमजीत सिंह ने कहा, “हमने छह दिनों के ब्रेक के बाद क्वार्टरफाइनल खेला। हमें कई मौके मिले जिसे हमने नहीं भुनाया और यही कारण है कि गेम के इतना करीब थे। मुझे लगता है कि अगर हम उस पहलू में बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो हम खेल पर अधिक नियंत्रण रख सकते हैं। दोबारा सेमीफाइनल में पहुंचना अद्भुत है और खिलाड़ी इस अवसर से बहुत खुश होंगे। हम पूरी ताकत लगा देंगे और फाइनल में जगह पक्की करने की प्रयास करेंगे।”
मेजबान महाराष्ट्र ने दिल्ली हॉकी को 3-0 से और केरल हॉकी को 10-0 से हराकर पूल बी में शीर्ष स्थान हासिल किया और क्वार्टरफाइनल में मणिपुर को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला हॉकी मध्य प्रदेश से होगा। वे पिछले वर्ष टूर्नामेंट में फाइनल में हार गए थे।
हॉकी महाराष्ट्र के कोच सागर भरत ठाकुर ने कहा, “लीग चरण में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा। हालाँकि क्वार्टरफाइनल का स्कोर 2-1 रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि खेल के अधिकांश भाग में हम अच्छे नियंत्रण में थे। हमने आखिर में थोड़ा आराम किया लेकिन ऐसा दोबारा नहीं होगा। उन्हें यह भी भरोसा जताया कि टीम मौजूदा चैंपियन मध्य प्रदेश के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करेगी।। उन्होंने कहा, “पिछले साल हमारे पास बहुत युवा टीम थी लेकिन अब उन सभी ने अच्छे स्तर की हॉकी खेली है। वे परिपक्व हो गए हैं और हमें यकीन है कि हम सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन करेंगे।”
राम, उप्रेती
वार्ता