मनामा (बहरीन), 15 जुलाई (वार्ता) भारत और बहरीन ने रविवार को आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की और सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद काे हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की प्रवृति को अस्वीकार करने का आह्वान किया।
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और बहरीन के विदेश मंत्री शेख खालिद बिन अहमद बिन मोहम्मद अल खलीफा की अध्यक्षता में यहां भारत-बहरीन उच्च स्तरीय संयुक्त आयोग की दूसरी बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया,“दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर भारत के प्रस्तावित व्यापक सम्मेलन के जल्द अंगीकार करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए।”
वक्तव्य में कहा गया,“भारत के गृह मंत्री की यात्रा के दौरान जारी किए गए संयुक्त वक्तव्य में आतंकवाद की निंदा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के लिए हुए समझौते को याद करते हुए दोनों देशों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा को दोहराया है। सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के प्रयोग को अस्वीकार करने और त्यागने का आह्वान किया गया है।”
दोनों पक्षों ने साझा इतिहास और सांस्कृतिक सम्बन्धों की गहरी जड़ों, बढ़ते आर्थिक संबंधों, बहुमुखी सहयोग और लोगों से लोगों के करीबी संपर्कों के माध्यम से अपने करीबी द्विपक्षीय संबंधों को रेखांकित किया। दोनों पक्षों ने दो तरफा निवेश के लिए मौजूदा क्षमता का उल्लेख किया और दोनों देशों के सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों से निवेश के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया,“दोनों पक्ष निवेश के उपलब्ध अवसरों पर जानकारी के नियमित और समय पर आदान-प्रदान के महत्व पर सहमत हुए। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मनामा में स्थित आर्थिक विकास बोर्ड मुख्यालय में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) कार्यालय की स्थापना का स्वागत किया।”
दोनों पक्षों ने विस्तार से द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, अक्षय ऊर्जा, अंतरिक्ष सहयोग और पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तरीके और साधन शामिल थे। इसके अलावा
दोनों देश तेल ,गैस और पेट्रोकेमिकल्स, सुरक्षा, रक्षा और खुफिया प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी सहयोग करेंगे।
श्रीमती स्वराज ने शनिवार को बहरीन में नए दूतावास परिसर के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि परंपरागत खुलेपन और सद्भावना, उच्च स्तर का विश्वास, जिसका भारतीय समुदाय बहरीन में आनंद लेता है और दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय यात्राओं ने भारत और बहरीन को और भी करीब ला दिया है।
उन्होंने कहा,“सदियों पहले शुरू हुई यात्रा अपने दौर के एक नए चरण में पहुंची है। नया दूतावास परिसर दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक सभ्यता संबंधों की अभिव्यक्ति है और बहरीन साम्राज्य में बढ़ते भारतीय प्रवासी समुदाय की आकांक्षाओं की चरम बिंदु है।”
संजय जितेन्द्र
वार्ता