कोलकाता,12 जनवरी(वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत की हमेशा से अपने ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित रखने और उनको आधुनिक रूप देने की इच्छा रही है और इसी भावना के साथ केन्द्र सरकार ने दुनिया में देश को ऐतिहासिक धरोहरों के पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने देश के पांच संग्रहालयों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए उनके आधुनिकीकरण की योजना बनाई है। यह काम कोलकाता में विश्व के सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक भारतीय संग्रहालय से शुरु किया गया है। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए संसाधन जुटाने और राष्ट्रीय महत्व की इन ऐतिहासिक इमारतों के प्रबंधन के लिए सरकार ने भारतीय धरोहर संस्थान स्थापित करने की योजना बनाई है जिसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्रदान किया जाएगा।
श्री मोदी ने यहां जीर्णोद्धार की जा चुकी चार ऐतिहासिक इमारतें राष्ट्र को समर्पित करने के मौके पर यह बात कही। इनमें प्रतिष्ठित ओल्ड करेंसी बिल्डिंग, बेलवेडियर हाउस, विक्टोरिया मेमोरियल हॉल और मेटकॉफ हाउस शामिल है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन एक विशेष अवसर है क्योंकि आज के दिन से देश की कला, संस्कृति, और धरोहर के संरक्षण के देशव्यापी प्रचार के साथ ही इन धरोहरों के महत्व को फिर से समझने,इन्हें नयी पहचान देने और नये रूप में लाने का काम शुरु हो रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि ओल्ड करेंसी बिल्डिंग, बेलवेडियर हाउस, विक्टोरिया मेमोरियल हॉल और मेटकॉफ हाउस जैसे ऐतिहासिक भवनों के जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है। इनमें से बेलेवेडियर हाउस को सरकार एक विश्वस्तरीय संग्रहालय बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विक्टोरिया मेमोरियल की पांच दीर्घाओं मे से तीन दीर्घाएं काफी समय से बंद पड़ी हैं जो अच्छी बात नहीं है। हम इसे दोबार खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा “मैं चाहता हूं कि इसमें कुछ जगह स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए भी होनी चाहिए और इसे विप्लवी भारत का नाम दिया जाना चाहिए। यहां ‘ हम सुभाष चंद्र बोस, अरबिंदो घोष, रास बिहारी बोस जैसे महान नेताओं और खुदी राम बोस,बाघा जतिन ,बिनय,बादल और दिनेश जैसे क्रांतिकारियों के बारे में काफी कुछ दिखा सकते हैं।‘
श्री मोदी ने कहा कि हम 2022 में ईश्वरचंद विद्यासागर की 200 वीं जयन्ती मना रहे हैं। उसी वर्ष भारत अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ भी मनाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में नेताजी को लेकर दशकों से जुड़ी जनभावना को ध्यान में रखते हुए ही दिल्ली के लाल किले और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सुभाष चंद्र बोस के नाम से अलग से एक संग्रहालय बनाया गया है।
जितेन्द्र
जारी वार्ता