राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: May 23 2020 4:42PM आरबीआई के आदेश में ब्याज की स्थिति साफ नहीं
लखनऊ 23 मई (वार्ता) लाकडाउन में रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा राहत देने के फैसले का स्वागत करते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने किा कि इससे कर्जदारों को ऋण की किश्त भुगतान में तीन महीने की छूट अवश्य मिल जायेगी लेकिन भविष्य में इस रकम पर ब्याज की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने शनिवार को कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा कुछ और राहत दिए जाने का फैसला अच्छा है लेकिन अच्छा होता कि इन छह किश्तों को अन्त में मूलधन के रूप में लेने का ऐलान किया जाता। ऋण के बोझ तले दबे लोग सरकार और रिजर्व बैंक से आशा की डोर बाँधे हुए हैं क्योंकि ऋण दाता बैंकों पर आम जनता का भरोसा मजबूत नहीं है। देश का शेयर बाजार भी इसका प्रमाण है जहाँ विभिन्न बैंकों के शेयर भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि लाक डाउन की स्थिति में रिजर्व बैंक की यह घोषणा अर्थव्यवस्था को बल देने का अच्छा कदम कहा जा सकता है लेकिन इस देश की सरकारों को अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए किसान मसीहा चौ चरण सिंह की नीतियों को उपयोग में लाना पड़ेगा। उनका मानना था कि जब तक इस देश का किसान और मजदूर जब तक खुशहाल नहीं होगा और बाजार में खरीदारी करने के लिए किसानों और मजदूरों की जेब में धन नहीं होगा तब तक देश की अर्थव्यवस्था सन्तोषजनक नहीं हो सकती।
प्रदीप
वार्ता